West Bengal: 'जय श्री राम' के नारे पर नया नहीं है ममता बनर्जी का गुस्सा, जानें; कब-कब खफा हुईं दीदी
West Bengal जय श्री राम के नारे पर ममता बनर्जी का गुस्सा नया नहीं है। वह इससे पहले भी कई बार इसी तरह से नाराज हो चुकी हैं। बंगाल में विधानसभा चुनाव के साथ ही अब जय श्री राम के नारे पर भी राजनीति होने लगी है।
By Sachin Kumar MishraEdited By: Updated: Sun, 24 Jan 2021 07:13 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। West Bengal: नेताजी सुभाष चंद्र बोस की 125वीं जयंती के मौके पर शनिवार को कोलकाता के विक्टोरिया मेमोरियल में आयोजित पराक्रम दिवस समारोह के दौरान बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा जय श्रीराम का नारा लगाए जाने से काफी नाराज हो गईं। उस समय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी मंच पर ही मौजूद थे और ममता ने गुस्सा जाहिर करते हुए भाषण देने से भी इनकार कर दिया। उन्होंने पीएम सहित वहां मौजूद अन्य विशिष्ट लोगों के सामने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकारी कार्यक्रम का एक सम्मान होना चाहिए। किसी को कार्यक्रम में बुलाकर बेइज्जती करना ठीक नहीं है। दरअसल, जय श्रीराम के नारे पर ममता का यह गुस्सा नया नहीं है। इससे पहले 2019 में लोकसभा चुनाव के दौरान ममता जब पश्चिम मेदिनीपुर जिले में चुनाव प्रचार के सिलसिले में गई थी तो वहां उनका काफिला गुजरने के दौरान कुछ लोगों ने जय श्रीराम के नारे लगा दिए।
इससे ममता इतनी नाराज हो गईं कि उन्होंने काफिला रोककर और गाड़ी से उतरकर खरी-खोटी सुनाई और पुलिस अधिकारियों को नारा लगाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का निर्देश दिया। इसके बाद जय श्रीराम का नारा लगाने के आरोप में कई भाजपा कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार भी किया गया था। इस कार्रवाई को लेकर ममता सरकार की काफी आलोचना भी हुई थी। इसके बाद उत्तर 24 परगना जिले के भाटपाड़ा समेत कई और जगहों पर भी कथित रूप से भाजपा कार्यकर्ताओं ने जय श्रीराम के नारे लगाए। भाटपाड़ा में भी ममता अपना काफिला रोककर गाड़ी से उतरकर भाजपा कार्यकर्ताओं को देख लेने की धमकी दी थी। उन्होंने इस घटना को लेकर सभी के सामने पुलिस अधिकारियों को जमकर फटकार लगाई थी। बाद में पुलिस ने ममता के काफिले के सामने 'जय श्रीराम' के नारे लगाने वाले 10 भाजपा समर्थकों को गिरफ्तार किया था, हालांकि उन्हें जमानत मिल गई।
ममता को भाजपा सांसद ने जय श्रीराम लिखा हुआ 10 लाख पोस्टकार्ड भी भिजवाया था
इस घटना के बाद बैरकपुर से भाजपा सांसद अर्जुन सिंह ने जून, 2019 में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को जय श्रीराम लिखा हुआ 10 लाख पोस्ट कार्ड भेजने का भी ऐलान किया था। इसके बाद भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा मुख्यमंत्री के कार्यालय व आवास में डाक से लाखों पोस्टकार्ड भेजे गए, जिसको लेकर तृणमूल व भाजपा के बीच जमकर राजनीति हुई थी। तृणमूल कांग्रेस के विधायक रह चुके अर्जुन सिंह लोकसभा चुनाव से ठीक पहले ही भाजपा में शामिल हुए थे।
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