'यह लोकतंत्र की हत्या है, पार्टी उनके साथ है'; महुआ मोइत्रा की सदस्यता रद्द होने पर फूटा ममता बनर्जी का गुस्सा
महुआ मोइत्रा की सदस्यता रद्द हो जाने पर उनके समर्थन में मुख्यमंत्री व तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि संविधान और लोकतंत्र की हत्या हुई है। स्पीकर ने जल्दबाजी में फैसला लिया। शुक्रवार को लोकसभा में संसद की एथिक्स कमेटी की सिफारिशों को मंजूर कर लिया गया। ध्वनिमत के बाद तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा की सदस्यता खत्म करने के प्रस्ताव पर मुहर लग गई।
By Jagran NewsEdited By: Shalini KumariUpdated: Fri, 08 Dec 2023 05:30 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। दुबई में बैठे उद्योगपति से रुपये व कीमती उपहार लेकर संसद में प्रश्न पूछने में फंसी महुआ मोइत्रा की संसद सदस्यता चली गई। इसके बाद महुआ के समर्थन में मुख्यमंत्री व तृणमूल प्रमुख ममता बनर्जी ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।
संविधान और लोकतंत्र की हत्या- ममता बनर्जी
उत्तर बंगाल के कर्सियांग में मौजूद ममता ने भाजपा पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि महुआ मोइत्रा पर फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है। संविधान और लोकतंत्र की हत्या हुई है। स्पीकर ने जल्दबाजी में फैसला लिया। ममता ने कहा कि आज मुझे भाजपा पार्टी का रवैया देखकर दुख हो रहा है। उन्होंने लोकतंत्र को कैसे धोखा दिया। उन्होंने महुआ को अपना रुख स्पष्ट करने की अनुमति नहीं दी। सरासर अन्याय हुआ है, जनता भाजपा को जवाब देगी।
मोइत्रा को पार्टी का पूरा समर्थन
ममता बनर्जी ने कहा कि पार्टी की ओर से महुआ मोइत्रा को पूरा समर्थन दिया जा रहा है। उन्होंने कहा, "मुझे लगा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इस बात पर सही रवैया होगा, लेकिन ऐसा नहीं है। ये पूरे संसद के लिए दुख भरा दिन है। महुआ मोइत्रा को अपना पक्ष रखने की अनुमति नहीं दी गई, यह अस्वीकार्य है।"ध्वनिमत के बाद रद्द की गई सदस्यता
बता दें कि संसद की सदस्यता खत्म होने के बाद महुआ मोइत्रा ने दावा किया कि उनके खिलाफ कोई सबूत नहीं थे। संसद में यह कार्रवाई विपक्ष की आवाज दबाने की साजिश है। शुक्रवार को लोकसभा में संसद की एथिक्स कमेटी की सिफारिशों को मंजूर कर लिया गया। इसके बाद ध्वनिमत से तृणमूल सांसद महुआ मोइत्रा की सदस्यता खत्म करने के प्रस्ताव पर मुहर लग गई।
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निष्कासन के बाद फूटा महुआ मोइत्रा का गुस्सा
महुआ मोइत्रा ने कहा कि अगर इस मोदी सरकार ने सोचा कि मुझे चुप कराकर वे अदाणी मुद्दे को खत्म कर देंगे, मैं आपको यह बता दूं कि इस कंगारू कोर्ट ने पूरे भारत को केवल यह दिखाया है कि आपने जो जल्दबाजी और उचित प्रक्रिया का दुरुपयोग किया।
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