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'अगर बंगाल को अपमानित किया गया तो...', ममता ने फिर दी चेतावनी; कहा- दूसरे राज्यों पर भी पड़ेगा असर

सदन में विपक्ष द्वारा मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर नारेबाजी से नाराज ममता ने कहा कि जिस तरह से उन्हें अपमानित किया जा रहा है अगर तृणमूल प्रधानमंत्री और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री के बारे में बोलती है तो क्या यह उचित होगा। उन्होंने कहा कि मैं चाहती थी कि केंद्र सरकार इस कानून को पारित करे लेकिन हम इस कमी को पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं।

By Jagran News Edited By: Narender Sanwariya Updated: Tue, 03 Sep 2024 11:43 PM (IST)
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बंगाल में विरोध प्रदर्शनों के चलते ममता ने केंद्र पर निशाना साधा। (File Photo)
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को विधानसभा में राज्य द्वारा लाए गए दुष्कर्म विरोधी अपराजिता संशोधन विधेयक 2024 के लिए अपना समर्थन व्यक्त करते हुए कहा कि यह विधेयक महिलाओं की गरिमा को सुरक्षित रखने के लिए लाया गया है।

ममता ने साथ ही केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर बंगाल के साथ दुर्व्यवहार किया गया तो इसका व्यापक (दूसरे राज्यों पर भी) प्रभाव पड़ेगा। बता दें कि ममता ने इससे पहले हाल में कहा था कि बंगाल जला तो दूसरे राज्य भी जलेंगे, जिसपर खासा विवाद हुआ था।

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राज्यों से नहीं ली गई सलाह

ममता ने कहा कि मैंने प्रधानमंत्री को दुष्कर्म रोधी कठोर कानून बनाने की मांग पर हाल में दो पत्र लिखे थे, लेकिन मुझे उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिला, बल्कि मुझे महिला एवं बाल विकास मंत्री की तरफ से जवाब मिला। मैंने उनके जवाब का भी जवाब दिया और प्रधानमंत्री को जानकारी दी। जब चुनाव से पहले जल्दबाजी में भारतीय न्याय संहिता विधेयक पारित किया गया था, तब मैंने कहा था कि इसे जल्दबाजी में पारित नहीं किया जाना चाहिए, इसमें राज्यों से सलाह नहीं ली गई।

महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित

ममता बनर्जी ने कहा कि मैंने कई बार इसका विरोध किया था क्योंकि इस संबंध में राज्यों से कोई सलाह नहीं ली गई थी। इसे विपक्ष और सभी दलों से चर्चा के बाद पारित किया जाना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। इसलिए आज हम महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह विधेयक लाए हैं।

ममता के बयान पर भाजपा का विरोध

उन्होंने कहा कि मैं चाहती थी कि केंद्र सरकार इस कानून को पारित करे, लेकिन हम इस कमी को पूरा करने की कोशिश कर रहे हैं। ममता ने इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और उन सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों का इस्तीफा भी मांगा, जो महिलाओं की रक्षा के लिए प्रभावी कानून लागू नहीं कर पाए हैं। ममता ने यह भी टिप्पणी की कि पीएम मोदी देश के लिए कलंक हैं। इस टिप्पणी का भाजपा विधायकों ने कड़ा विरोध जताया।

विधेयक ध्यान भटकाने की कोशिश: सुवेंदु

विपक्षी भाजपा ने विधेयक का समर्थन किया, लेकिन नेता प्रतिपक्ष सुवेंदु अधिकारी ने साथ ही इसे आरजी कर घटना को लेकर लोगों के गुस्से औ विरोध से ध्यान भटकाने की कोशिश भी बताया। जब भाजपा विधायक मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग पर नारेबाजी कर रहे थे तो ममता ने पीएम व गृह मंत्री के साथ सुवेंदु के इस्तीफे की भी मांग की।

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