Durga Puja: ममता ने दुर्गा पूजा कमेटियों को मिलने वाला अनुदान 10 हजार और बढ़ाया, अब मिलेंगे 70 हजार रुपये
ममता ने कहा कि इस साल 26 अक्टूबर तक सभी दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन करना होगा और इसके अगल दिन 27 अक्टूबर पूजा कार्निवल लक्ष्मी पूजा से एक दिन पहले आयोजित किया जाएगा। ममता ने मंगलवार को नेताजी इंडोर स्टेडियम में पुलिस प्रशासन और पूजा समितियों के साथ बैठक की। ममता ने सलाह दिया कि स्कूली छात्रों को पुलिस के साथ सहयोग करने के लिए स्वयंसेवक बनना चाहिए।
By Jagran NewsEdited By: Shashank MishraUpdated: Tue, 22 Aug 2023 07:04 PM (IST)
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। पिछले साल दुर्गा पूजा का दान 50 हाजर से बढ़ाकर 60 हजार रुपये किया गया था। ममता सरकार ने इस वर्ष दस हजार रुपये और बढ़ाकर अब 70 हजार रुपये कर दिया है। यह घोषणा मंगलवार को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्यभर के पूजा कमेटियों के साथ बैठक में की। उन्होंने यही नहीं पूजा पंडालों और आसपास में सरकार के विभिन्न विभागों के कार्यों का विज्ञापन लगाने पर पूजा समितियों को होर्डिंग के लिए अलग से राशि दी जाएगी।
डॉक्टर, नर्स, एंबुलेंस की व्यवस्था की जाए: ममता
ममता ने कहा कि इस साल 26 अक्टूबर तक सभी दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन करना होगा और इसके अगल दिन 27 अक्टूबर पूजा कार्निवल लक्ष्मी पूजा से एक दिन पहले आयोजित किया जाएगा। ममता ने मंगलवार को नेताजी इंडोर स्टेडियम में पुलिस, प्रशासन और पूजा समितियों के साथ बैठक की। उस बैठक का प्रदेश के सभी जिलों में सीधा प्रसारण किया गया। बैठक में जिला प्रशासन भी शामिल हुआ।
ममता ने सलाह दिया कि स्कूली छात्रों को पुलिस के साथ सहयोग करने के लिए स्वयंसेवक बनना चाहिए। मंडप का प्रवेश एवं निकास द्वार अलग-अलग होना चाहिए। इसके साथ ही अग्नि सुरक्षा उपाय भी किए जाने चाहिए। आपातकालीन स्थिति के लिए जिले में अभी से डॉक्टर, नर्स, एंबुलेंस की व्यवस्था की जाए। पूजा के दौरान हेल्पलाइन नंबर सक्रिय रखे जाएं।
स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए पूजा समितियों को बार-बार माइक पर घोषणा करे। लोक कल्याण का भंडार रखना चाहिए। यदि विभिन्न सरकारी विभाग विज्ञापन के रूप में होर्डिंग देंगे तो भी यह कम खर्चीला होगा। बैठक के अंत में ममता ने कहा कि बंगाल में दुर्गा पूजा कई लोगों को आय भी प्रदान करती है।
बिजली बिल पर मिलेगी अलग से छूट
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूजा को लेकर 60 हजार करोड़ रुपये का बाजार बनता है। साथ ही उन्होंने कहा कि राज्य की विभिन्न लोक कलाओं से जुड़े लोगों को पूजा में जगह दी जानी चाहिए।
ममता ने कहा कि अब राज्य में 40,000 सार्वजनिक पूजा होती है। कोलकाता की 3000 दुर्गापूजा को छोड़कर शेष जिले में है। हालांकि पूजा समितियों की संख्या बढ़ रही है। सबसे पहले राज्य सरकार ने प्रति समिति 10,000 रुपये देना शुरू किया।पिछले वर्ष धनराशि में प्रति समिति 60 हजार की बढ़ोतरी हुई। 2022 में कुल 42 हजार 28 पूजा समितियों को 60-60 हजार रुपये सरकारी की ओर से दिया गया था। उन्होंने कहा कि इसके अलावा कमेटियों को बिजली बिल पर भी अलग से छूट मिलेगी। मुख्यमंत्री ने सीईएससी एवं राज्य विद्युत वितरण बोर्ड से बिजली बिल में 60 प्रतिशत की छूट देने का अनुरोध किया।
सोमवार को ममता ने इमाम, मोअज्जिनों और पुजारियों का मासिक भत्ता 500 रुपये बढ़ाने की घोषणा की थी। इसके अगले दिन मंगलवार को पूजा समिति को मिलने वाली राशि दस हजार रुपये बढ़ा दी।
यह घोषणा आगामी वर्ष होने वाले लोकसभा चुनाव के मद्देनजर किए जाने की बात कही जा रही है। आइएसएफ विधायक नौशाद सिद्दीकी ने कहा कि यह सब राजनीतिक लाभ के लिए हो रहा है।
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