Modi 3.0: मोदी मंत्रिमंडल में बंगाल से सुकांत व शांतनु को मिली जगह, राज्यमंत्री के रूप में ली शपथ
Modi 3.0 Cabinet मोदी सरकार 3.0 में रविवार को बंगाल से भाजपा के दो लोकसभा सांसद प्रदेश अध्यक्ष डॉ सुकांत मजूमदार और मतुआ समुदाय के नेता शांतनु ठाकुर ने केंद्रीय राज्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इसमें नए चेहरे के रूप में सुकांत पहली बार केंद्र में मंत्री बने हैं जबकि शांतनु ठाकुर मोदी सरकार 2.0 में भी जुलाई 2021 से जहाजरानी राज्यमंत्री रहे हैं।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। मोदी सरकार 3.0 में रविवार को बंगाल से भाजपा के दो लोकसभा सांसद, प्रदेश अध्यक्ष डॉ सुकांत मजूमदार और मतुआ समुदाय के नेता शांतनु ठाकुर ने केंद्रीय राज्यमंत्री के रूप में शपथ ली। इसमें नए चेहरे के रूप में सुकांत पहली बार केंद्र में मंत्री बने हैं, जबकि शांतनु ठाकुर मोदी सरकार 2.0 में भी जुलाई 2021 से जहाजरानी राज्यमंत्री रहे हैं।
दोनों इस लोकसभा चुनाव में लगातार दूसरी बार जीत दर्ज कर सांसद निर्वाचित हुए हैं। इनमें सुकांत ने उत्तर बंगाल की बालुरघाट सीट से दूसरी बार जीत दर्ज की है, जबकि शांतनु ठाकुर कोलकाता से सटे उत्तर 24 परगना जिले में मतुआ समुदाय के गढ़ माने जाने वाले बनगांव सीट से फिर से जीते हैं। दोनों 2019 में पहली बार अपनी-अपनी सीट से जीतकर सांसद बने थे।
प्रदेश भाजपा अध्यक्ष हैं सुकांत
सुकांत मजूमदार 20 सितंबर 2021 से प्रदेश भाजपा अध्यक्ष की जिम्मेदारी भी संभाल रहे हैं। 2021 के विधानसभा चुनाव के बाद दिलीप घोष की जगह उन्हें प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने क्षेत्रीय समीकरण का ध्यान रखते हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल में दोनों को जगह देकर उत्तर और दक्षिण बंगाल दोनों क्षेत्रों को साधने की कोशिश की है। इनमें शांतनु ठाकुर दक्षिण बंगाल में मतुआ समुदाय से हैं, जो एससी कम्युनिटी में आते हैं, वहीं सुकांत उत्तर बंगाल से आते हैं। उत्तर बंगाल की आठ लोकसभा सीटों में से भाजपा ने इस बार छह सीटों पर जीत दर्ज की है, जहां से सुकांत प्रतिनिधित्व करते हैं।
पिछली सरकार में बंगाल से थे चार मंत्री
गौरतलब है कि भाजपा इस बार बंगाल में उम्मीद के अनुरूप प्रदर्शन नहीं कर सकी है। 2019 में राज्य में 18 लोकसभा सीटें जीतने वाली भाजपा इस बार 12 सीटों पर सिमट गई। इससे पहले मोदी सरकार 2.0 में बंगाल से केंद्र में भाजपा के चार मंत्री थे। जिसमें निशिथ प्रमाणिक, डा सुभाष सरकार, शांतनु ठाकुर और जान बारला शामिल थे। चारों राज्यमंत्री थे। चारों को जुलाई 2021 में हुए मोदी सरकार 2.0 के मंत्रिमंडल में फेरबदल के बाद राज्यमंत्री बनाया गया था।
इनमें गृह राज्यमंत्री रहे निशिथ प्रमाणिक और शिक्षा राज्यमंत्री रहे डॉ सुभाष सरकार इस बार अपनी-अपनी सीट कूचबिहार और बांकुड़ा से चुनाव हार गए। बता दें कि इससे पहले नरेन्द्र मोदी ने 30 मई 2019 को जब दूसरी बार प्रधानमंत्री की शपथ ली थी तो उस दौरान भी बंगाल से दो सांसदों बाबुल सुप्रियो और देबश्री चौधरी को राज्यमंत्री बनाया गया था। हालांकि जुलाई 2021 में हुए मंत्रिमंडल फेरबदल में दोनों को मंत्री पद से हटा दिया गया था। उनकी जगह बंगाल से चार भाजपा सांसदों निशिथ प्रमाणिक, सुभाष सरकार, शांतनु ठाकुर और जान बारला को मंत्रिमंडल में जगह मिली थी।
लंबे समय से संघ से जुड़े रहे हैं सुकांत
पहली बार मंत्री बने प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार की बात करें तो वह लंबे समय तक राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े रहे हैं। उन्होंने 2019 में भाजपा के टिकट पर पहली बार बालुरघाट सीट से जीत हासिल की थी। पेशे से प्रोफेसर रहे मजूमदार ने अपनी सांगठनिक क्षमता से भाजपा नेतृत्व का ध्यान खींचा था। सितंबर, 2021 में उन्हें भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी दी गई थीं। हालांकि अब प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी उनके हाथ से जा सकती है, क्योंकि भाजपा एक पद एक व्यक्ति के फार्मूले पर चलती है।
मतुआ समुदाय के नेता हैं शांतनु
बनगांव सीट से लगातार दूसरी बार जीत दर्ज करने वाले 41 वर्षीय शांतनु ठाकुर मतुआ समुदाय के नेता हैं। वह दूसरी बार केंद्र में मंत्री बने हैं। मतुआ समुदाय में उनका खासा प्रभाव है। मतुआ बंगाल की कई लोकसभा सीटों पर प्रभाव रखते हैं।