Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Mahabharat: 'भीष्म' नहीं, 'अर्जुन' का रोल करना चाहता था : मुकेश खन्ना

Mahabharat. मुकेश खन्ना ने कहा-महाभारत में मैं अर्जुन का रोल करना चाहता था क्योंकि मैं जानता था कि महाभारत का हीरो अर्जुन ही है।

By Sachin Kumar MishraEdited By: Updated: Tue, 31 Mar 2020 05:59 PM (IST)
Hero Image
Mahabharat: 'भीष्म' नहीं, 'अर्जुन' का रोल करना चाहता था : मुकेश खन्ना

विशाल श्रेष्ठ, कोलकाता। Mahabharat. लॉकडाउन के इस दौर में मुकेश खन्ना ही ऐसे एकमात्र अभिनेता हैं, जिनके दो-दो टीवी धारावाहिकों 'महाभारत' और 'शक्तिमान' का जनता की मांग पर पुन: प्रसारण किया जा रहा है। महाभारत का प्रसारण शुरू हो चुका है, जबकि शक्तिमान एक अप्रैल से दिखाया जाएगा। मुकेश खन्ना ने महाभारत में 'भीष्म' के चरित्र को सशक्त तरीके से निभाया तो शक्तिमान में 'शक्तिमान' और 'पंडित गंगाधर विद्याधर मायाधर ओंकारनाथ शास्त्री' की दोहरी भूमिका को बखूबी अदा किया । 61 साल के इस अभिनेता ने दोनों धारावाहिकों को लेकर बहुत सी बातें साझा कीं।

स्पेशल इफेक्ट्स नहीं, कंटेंट के लिए चला था शक्तिमान

मुकेश खन्ना ने कहा-'शक्तिमान इसलिए नहीं चला था क्योंकि उसमें बड़े-बड़े स्पेशल इफेक्ट्स दिखाए गए थे। यह दरअसल अपने कंटेंट के लिए चला था। शक्तिमान ने सिर्फ दर्शकों का मनोरंजन ही नहीं किया, बल्कि इससे बच्चों ने काफी कुछ सीखा भी। यह धारावाहिक कल भी हिट था और आज भी हिट होगा क्योंकि इसमें आज के बच्चों के लिए भी काफी कुछ है।" मुकेश शक्तिमान के सीक्वल पर भी काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा-'यह समकालीन होगा, लेकिन इसमें भी वही नैतिक मूल्य होंगे।' सौदागर, हेरा-फेरी जैसी चर्चित फिल्मों में काम कर चुके मुकेश खन्ना ने कहा-'महाभारत में मैं अर्जुन का रोल करना चाहता था क्योंकि मैं जानता था कि महाभारत का हीरो अर्जुन ही है।

सबसे पहले मुझे दुर्योधन का रोल ऑफर हुआ था, जिसे मैंने ठुकरा दिया। मेरे पास विकल्प के रूप में कर्ण का रोल था, लेकिन अंत में मुझे पितामह भीष्म का रोल मिला। आज जब मैं पीछे मुड़के देखता हूं तो महसूस होता है कि मैं अर्जुन के चरित्र के साथ न्याय नहीं कर पाता क्योंकि अर्जुन का एक रूप बृहन्नला भी है। उस चरित्र को मैं शायद उतनी अच्छी तरह से निभा नहीं पाता। मैंने बचपन में महाभारत खूब पढ़ा था। सबको सुनाया भी करता था। भीष्म का किरदार निभाने में वह जानकारी बहुत काम आई।'

जब युद्ध की शूटिंग देखने रेगिस्तान पहुंच गए थे हजारों लोग

मुकेश खन्ना ने महाभारत से जुड़ा दिलचस्प वाकया बयां करते हुए कहा-'महाभारत के युद्ध की शूटिंग जयपुर के पास रेगिस्तान में चल रही थी। 8-10 दिन तो शूटिंग आराम से चली, उसके बाद लोगों को इसका पता चल गया और हजारों की संख्या में लोग वहां पहुंच गए। कोई ऊंट से आया था तो कोई पैदल चलकर। हम उन लोगों से घिर गए थे। वहां 15 दिन शूटिंग चली थी।'

मुस्लिम परिवार भी चाव से देखते थे महाभारत

मुकेश खन्ना ने बताया-'भीष्म प्रतिज्ञा वाले एपिसोड के प्रसारण के अगले दिन शूटिंग के दौरान मुझे हमारे फाइट मास्टर ने बताया कि वे एक मुस्लिम मोहल्ले में रहते हैं। वहां मुस्लिम परिवार भी साथ बैठकर चाव से महाभारत देखते हैं। यह महाभारत का मुस्लिमों पर पड़े प्रभाव को दर्शाता है।'

मुंबई की ट्रैफिक दूर करनी है तो महाभारत चलवा दो

मुकेश खन्ना ने कहा-'जब रामायण-महाभारत का प्रसारण होता था तो देश में कर्फ्यू लग जाता था। मुंबई की ट्रैफिक को लेकर तो यहां तक कहा जाता था कि ये समस्या दूर करनी है तो महाभारत चलवा दो। रामायण-महाभारत देखना आज की पीढ़ी के लिए बहुत जरुरी है क्योंकि इसमें हमारे देश की संस्कृति झलकती है।

लॉकडाउन में किताब कर रहे पूरी

मुकेश खन्ना ने कहा-'लॉकडाउन परिवार के साथ समय बिताने का सुनहरा समय है। इस दौरान मैं मानव शरीर पर आधारित अपनी किताब को भी पूरी करने की कोशिश कर रहा हूं, जिसे मैं पिछले आठ साल से लिख रहा हूं।'

बंगाल की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

लोकल न्यूज़ का भरोसेमंद साथी!जागरण लोकल ऐपडाउनलोड करें