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कोरोना के चलते बंगाल में चार निगमों का चुनाव तीन हफ्ते के लिए टाला गया, अब 12 फरवरी को होगा मतदान

राज्य चुनाव आयोग ने इस बाबत नई अधिसूचना भी शनिवार को जारी कर दिया है। इसमें कहा गया है कि अब 12 फरवरी को मतदान होगा और 15 फरवरी को चुनाव नतीजे की घोषणा की जाएगी। कोरोना की स्थिति को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है।

By Babita KashyapEdited By: Updated: Sat, 15 Jan 2022 11:26 PM (IST)
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बंगाल में चार नगर निगमों का चुनाव तीन हफ्ते टलने की संभावना
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। कोरोना के बढ़ते मामलों के मद्देनजर बंगाल में चार नगर निगमों सिलीगुड़ी, आसनसोल, विधाननगर व चंदननगर का चुनाव आखिरकार तीन हफ्ते के लिए टालने का राज्य चुनाव आयोग (एसइसी) ने शनिवार को फैसला लिया। अब 22 जनवरी की बजाय 12 फरवरी को चारों नगर निगमों के लिए चुनाव होगा।राज्य चुनाव आयोग ने शनिवार को इस बाबत नई अधिसूचना भी जारी कर दी। इसमें कहा गया है कि अब चारों निगमों में 12 फरवरी को मतदान होगा और 15 फरवरी को चुनाव नतीजे की घोषणा की जाएगी।

कोरोना की स्थिति को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है।बता दें कि पहले की अधिसूचना के मुताबिक इन चारों ने निगमों में 22 जनवरी को मतदान होना था। इधर, सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने राज्य चुनाव आयोग के इस फैसले का स्वागत किया है। तृणमूल के प्रवक्ता व सांसद सौगत राय ने कहा कि यह स्वागत योग्य कदम है। वहीं, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने भी संतोष जताते हुए कहा कि हमने पहले ही चुनाव को टालने की मांग की थी।

बताते चलें कि एक दिन पहले ही कलकत्ता उच्च न्यायालय ने राज्य चुनाव आयोग को राज्य में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर चारों निगमों में निकाय चुनाव चार से छह सप्ताह के लिए स्थगित करने की संभावनाएं तलाशने को कहा था।मुख्य न्यायाधीश प्रकाश श्रीवास्तव और न्यायमूर्ति अजय कुमार मुखर्जी की पीठ ने 13 जनवरी के अपने आदेश में कहा था कि राज्य चुनाव आयोग इस संबंध में 48 घंटे के भीतर निर्णय ले। इसके बाद राज्य सरकार ने 22 जनवरी के बदले 12 फरवरी को चुनाव कराने का आग्रह किया था।

हाई कोर्ट के निर्देश के अगले ही दिन लिया फैसला

वहीं, हाई कोर्ट के निर्देश के अगले ही दिन आयोग ने चुनाव टालने का फैसला किया है। हालांकि अदालत ने चार से छह हफ्ते तक चुनाव टलने की संभावना तलाशने को कहा था लेकिन आयोग ने तीन हफ्ते तक ही इसे टालने का फैसला किया है। अब इस मामले की अगली सुनवाई में कोर्ट का क्या रूख होता है यह देखने की बात होगी।

अदालत ने कहा था- आयोग के पास है पर्याप्त शक्तियां

इससे पहले चुनाव को टालने की मांग वाली एक जनहित याचिका पर सुनवाई के दौरान पीठ ने कहा था कि एसइसी को राज्य में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को ध्यान में रखना होगा। साथ ही पीठ ने कहा कि उत्तर 24 परगना जिले और चंदननगर कस्बे में संक्रमण के काफी मामले हैं। अदालत ने यह भी कहा था कि एसइसी को यह भी विचार करना चाहिए कि क्या इन परिस्थितियों में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव शांतिपूर्ण तरीके से कराना संभव है। अदालत ने कहा था कि एसइसी के पास चुनाव स्थगित करने के संबंध में फैसला लेने की पर्याप्त शक्तियां हैं।

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