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Nabanna Abhijan Rally: क्या है नवान्न अभियान? जिससे निपटने के लिए ममता सरकार को करनी पड़ी 5000 पुलिसकर्मियों की तैनाती

Nabanna Abhiyan आरजी कर मेडिकल कॉलेज अस्पताल में जूनियर महिला डॉक्टर के साथ हुई अत्याचार के खिलाफ मंगलवार को छात्र राज्य सचिवालय मार्च के आसपास नवान्न अभियान करेंगे। आइजी और डीआइजी रैंक के 21 पुलिस अधिकारियों को सुरक्षा का विशेष जिम्मा सौंपा गया है। पुलिस की ओर से संवाददाता सम्मेलन कर आंदोलन को गैरकानूनी करार देते हुए इसे अशांति फैलाने की साजिश करार दिया है।

By Jagran News Edited By: Piyush Kumar Updated: Tue, 27 Aug 2024 05:00 PM (IST)
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Nabanna Abhiyan को लेकर ममता सरकार के खिलाफ आज सड़कों पर उतरेंगे छात्र।(फोटो सोर्स: एएनआई)
जेएनएन, कोलकाता। आरजी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के साथ हुई अत्याचार  (Kolkata Doctor Rape Murder) को लेकर आज (27 अगस्त) छात्र, प्रदेश सचिवालय यानी नवन्ना भवन के आस पास नवन्ना अभियान  (Nabbana Protest) करेंगे। पश्चिमबंगा छात्र समाज नामक संगठन के बैनर तले यह मार्च बुलाया गया है।

ममता सरकार के खिलाफ छात्रों के इस प्रदर्शन को बीजेपी का साथ मिला है। प्रदर्शन को देखते हुए शहर में  4,500-5,000 पुलिस कर्मियों की तैनाती रहेगी। आइजी व डीआइजी रैंक के 21 पुलिस अधिकारियों को सुरक्षा का विशेष जिम्मा सौंपा गया है।

क्या है नवन्ना?

दरअसल, 2011 से पहले बंगाल का सचिवालय रायटर्स बिल्डिंग हुआ करता था। साल 2011 में ममता बनर्जी सरकार ने हावाड़ा में हुबली नदी के किनारे एक बिल्डिंग को सचिवालय का रूप दिया, जिसे नबान्न नाम दिया गया। नब का मतलब है नया।

पुलिस ने किए पुख्ता इंतजाम

एसपी व डीएसपी रैंक के 13 पुलिस अधिकारी, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रैंक के 15 अधिकारी को भी तैनात किया जाएगा। इस बीच सोमवार को पुलिस की ओर से संवाददाता सम्मेलन कर आंदोलन को गैरकानूनी करार देते हुए इसे अशांति फैलाने की साजिश करार दिया है।

इस अभियान को लेकर पुलिस ने भी अपनी तैयारी कर ली है। सरकार की कोशिश है कि अभियान में पुलिस लाठी-डंडे न चलाएं। हालांकि, पुलिस ने कहा है कि अगर कोई कानून व्यवस्था भंग करने की कोशिश करता है तो उन पर पानी की बौछारें की जाएगी।

टीएमसी ने अभियान को लेकर क्या कहा?

नवान्न अभियान को लेकर तृणमूल कांग्रेस नेता कुणाल घोष ने कहा कि इस अभियान के पीछे बड़ी साजिश रची जा रही है। टीएमसी नेता ने कहा कि इस अभियान को भाजपा, माकपा व कांग्रेस  द्वारा मदद मिल रही है। वहीं, दूसरी तरफ केंद्रीय राज्य मंत्री व बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा कि ममता सरकार छात्रों के आंदोलन से डर गई है इसलिए उसे दबाने की कोशिश कर रही है। 

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