Bengal: नौकरी नहीं मिलने से हताश था मास्टरमाइंड ललित, सड़कों पर बेचता था मछलियां; मकान मालकिन ने किए चौंकाने वाले खुलासे
संसद में सुरक्षा सेंध मामले का मास्टरमाइंड ललित झा लॉकडाउन के समय कोलकाता की सड़कों पर मछलियां बेचा करता था। ललित कोलकाता के बागुइआटी इलाके में जिस किराए के मकान में परिवार के साथ रहता था। बता दें कि कोलकाता की सड़कों पर मछलियां बेचने वाला ललित झा दरभंगा जिले के रामपुर का निवासी है। फिलहाल गांव में ललिता झा को लेकर जगह-जगह पर चर्चा हो रही है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। संसद में सुरक्षा सेंध मामले का मास्टरमाइंड ललित झा लॉकडाउन के समय कोलकाता की सड़कों पर मछलियां बेचा करता था। ललित कोलकाता के बागुइआटी इलाके में जिस किराए के मकान में परिवार के साथ रहता था, उसकी मालकिन शेफाली सरदार ने यह जानकारी दी।
मकान मालकिन ने क्या कुछ कहा?
उन्होंने कहा कि ललित के परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी इसलिए लॉकडाउन के समय परिवार चलाने के लिए उसे सड़कों पर मछलियां बेचनी पड़ीं। ललित जब किराए पर मकान लेने आया था तो उसने कहा था कि यहां उसके पिता और भैया आकर रहेंगे। बाद में वह अपनी मां को भी ले आया और खुद भी रहने लगा। ललित की इलाके में शिक्षक के रूप में पहचान थी।
बच्चों को ट्यूशन देता था ललित
उसने बताया था कि वह एक स्कूल में पढ़ाता था, लेकिन वेतन कम होने के कारण नौकरी छोड़ दी थी। वह आसपास रहने वाले बच्चों को ट्यूशन देता था। मोहल्ले में होने वाली सरस्वती पूजा में उसे आमंत्रित किया जाता था।
शेफाली ने आगे बताया,
ललित ने उससे कहा था कि वह बड़ाबाजार इलाके में जिस मकान में रहता था, उसका एक हिस्सा ढह जाने के कारण वहां से हटना पड़ा है इसलिए नया मकान ढूंढ रहा है।
ललित को छुड़ाने की स्थिति में नहीं है परिवार
ललित के बड़े भाई शंभु झा ने बताया कि ललित की पढ़ाई कोलकाता में ही हुई है। नौकरी नहीं मिलने से वह काफी हताश था। हो सकता है कि इसी वजह से उसने इस घटना को अंजाम दिया हो। उन्होंने आगे कहा कि उनके परिवार की अभी जो आर्थिक स्थिति है, उसमें दिल्ली जाकर ललित को जमानत पर छुड़ाने और उसके लिए मुकदमा लड़ने का उनका सामर्थ्य नहीं है।
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एक और छात्र पर पुलिस की नजर
इस मामले में कोलकाता पुलिस की नजर नीलाक्ष आइच के बाद एक और छात्र पर है। उसका नाम सायन पाल है और वह 'साम्यवादी सुभाष सभा' नामक संगठन से जुड़ा बताया जा रहा है। इस साल जुलाई में संगठन की ओर से एक जुलूस का आह्वान किया गया था। जुलूस निकालने की अनुमति के लिए पुलिस से जो लिखित आवेदन किया गया था, उसमें ललित के भी हस्ताक्षर हैं।
नीलाक्ष और सायन संगठन के सदस्य हैं। इस मामले में बैरकपुर पुलिस कमिश्नरेट की एक टीम नीलाक्ष के उत्तर 24 परगना जिले के हालीशहर स्थित घर जाकर उससे पूछताछ कर चुकी है। नीलाक्ष बिधाननगर कॉलेज में द्वितीय वर्ष का छात्र है। ललित ने संसद में रंगीन धुंआ उड़ाने का वीडियो वॉट्सएप से नीलाक्ष को भेजा था।
पुलिस रिमांड में ललित झा
बता दें कि कोलकाता की सड़कों पर मछलियां बेचने वाला ललित झा दरभंगा जिले के रामपुर का निवासी है। फिलहाल गांव में ललिता झा को लेकर जगह-जगह पर चर्चा हो रही है। संसद को धुआं-धुआं करने के मामले में मास्टरमाइंड ललित झा ने गुरुवार को सरेंडर कर दिया था और पटियाला हाउस कोर्ट ने शुक्रवार को उसे सात दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया।