कोलकाता-सुंदरवन के बीच सरकारी बस सेवा बंद होने से बढ़ी परेशानी, दो साल पहले सरकार ने शुरू की थी बस सेवा
दो साल पहले राज्य सरकार की पहल से कोलकाता और सुंदरवन के बीच सरकारी बस सेवा शुरू हुई थी। यहां 10 बसें चलाने की मंजूरी मिली थी लेकिन दो बसें चलनी ही शुरू हुई। 100 किलोमीटर का किराया 80 रुपये था। इससे सुंदरवन के लोग कोलकाता पहुंच पा रहे थे।
By Jagran NewsEdited By: Vijay KumarUpdated: Tue, 15 Nov 2022 08:12 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, कोलकाता : राजधानी कोलकाता और सुंदरवन के बीच सरकारी बस सेवा बंद होने से सुदूरवर्ती सुंदरवन क्षेत्र के लोगों एवं वहां जाने वाले पर्यटकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जानकारी के मुताबिक, दो साल पहले राज्य सरकार की पहल से कोलकाता और सुंदरवन के बीच सरकारी बस सेवा शुरू हुई थी। इस रूट पर 10 बसें चलाने की मंजूरी मिली थी, लेकिन दो बसें चलनी ही शुरू हुई। 100 किलोमीटर का किराया 80 रुपये था। इससे सुंदरवन के लोग आसानी से कोलकाता पहुंच पा रहे थे। साथ ही इस सेवा से वहां पर्यटक भी बढऩे लगा था। इसका फायदा सुंदरवन के छोटे व्यापारियों को भी मिल रहा था। लेकिन, स्थानीय लोगों का आरोप है कि कुछ महीने पहले यह बस सेवा बंद कर दी गई।
व्यापार के लिए जरूरी सामान लाना भी काफी मुश्किल होता हैवे बस से महज तीन घंटे में कोलकाता के पास बारासात तक पहुंच जाते थे। अब छह से सात घंटे लगते हैं। रास्ते में कई वाहन बदलने पड़ते हैं। बारासात पहुंचने के लिए शमशेरनगर से पांच- छह बार बसें बदलनी पड़ती हैं। 170 रुपया तक किराया लगता है। सुंदरवन के कालीतला निवासी व्यापारी रामदयाल मंडल ने बताया कि सरकारी बसों की वजह से कई पर्यटक यहां आ रहे थे, लेकिन अब कम ही आते हैं। हमारा कारोबार मंदा है। व्यापार के लिए जरूरी सामान लाना भी काफी मुश्किल होता है।
पर्याप्त यात्री नहीं मिलने के चलते बंद की गई बस सेवा : विधायकइस संबंध में हिंगलगंज से तृणमूल कांग्रेस के विधायक प्रभास मंडल ने कहा कि बस सेवा को इसलिए रोक दिया गया है, क्योंकि इस मार्ग पर पर्याप्त यात्री नहीं मिल रहे हैं। हालांकि उन्होंने कहा कि सेवा बंद होने से लोगों को परेशानी हो रही है। मैंने परिवहन विभाग और मुख्यमंत्री को बस सेवा फिर से बहाल करने के लिए पत्र लिखा है। उम्मीद है कि जल्द ही फिर से इस रूट पर बस परिसेवा को सामान्य कर दिया जाएगा।
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