सुकांत मजूमदार को पुलिस ने हिंसाग्रस्त क्षेत्र में जाने से रोका, बोले- ममता बनर्जी केवल एक धर्म की मुख्यमंत्री
बंगाल के हावड़ा शिवपुर इलाके में रामनवमी जुलूस पर पथराव के बाद हुई हिंसा के पीड़ितों व घायल कार्यकर्ताओं से रविवार को मिलने जा रहे प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व सांसद सुकांत मजूमदार को पुलिस ने रास्ते में ही रोक लिया। फाइल फोटो।
By Jagran NewsEdited By: Sonu GuptaUpdated: Sun, 02 Apr 2023 07:26 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल के हावड़ा, शिवपुर इलाके में रामनवमी जुलूस पर पथराव के बाद हुई हिंसा के पीड़ितों व घायल कार्यकर्ताओं से रविवार को मिलने जा रहे प्रदेश भाजपा अध्यक्ष व सांसद सुकांत मजूमदार को पुलिस ने रास्ते में ही रोक लिया। मजूमदार शिवपुर के हिंसाग्रस्त क्षेत्र में जाना चाहते थे, जिसकी पुलिस ने इजाजत नहीं दी। इसको लेकर सुकांत की पुलिस के साथ काफी देर तक तीखी नोक-झोंक हुई।
पुलिस ने सुकांत को बताया कि चूंकि इलाके में धारा 144 लागू है, इसलिए उनको जाने की इजाजत नहीं दी जा सकती। इस पर उन्होंने पुलिस से पूछा कि फिर राज्य के मंत्री व सत्तारूढ़ दल के विधायक अरुप राय को वहां जाने की अनुमति कैसे दी गई। क्या अरूप राय के पास अतिरिक्त संवैधानिक अधिकार हैं? मजूमदार घायल अंकित राणा और गौरव दास से मिलने के अलावा स्थानीय लोगों से मुलाकात करना चाहते थे।हिंसा पीड़ितों से नहीं मिलने देने से भड़के सुकांत ने बाद में पत्रकारों से बातचीत में राज्य सरकार व पुलिस पर जमकर हमला बोलते हुए कहा कि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी सभी के लिए नहीं, बल्कि एक धर्म के लोगों के लिए हैं।
उन्होंने कहा कि स्थानीय लोगों व भाजपा कार्यकर्ताओं को डराया धमकाया जा रहा है। लोग हमसे लगातार मदद की गुहार लगा रहे हैं। ममता की पुलिस हमें हिंसा पीड़ितों से मिलने से रोक रही है, यह कहां का न्याय है। उन्होंने आरोप लगाया कि तृणमूल कांग्रेस पुलिस को अपने कैडर की तरह इस्तेमाल कर रही है।
उन्होंने दावा किया कि अभी भी यहां स्थिति सामान्य नहीं हुई है। लोग डरे हुए हैं। मैं राज्यपाल को जमीनी हकीकत से अवगत कराऊंगा। उन्होंने इसके साथ ही मांग की कि घटना की एनआइए या सीबीआइ से जांच होनी चाहिए। सीआइडी जांच पर लोगों को भरोसा नहीं है।
इधर, सुकांत के आरोपों पर तृणमूल के प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा, अरूप राय राज्य के मंत्री हैं, वह प्रशासन में से एक के रूप में कहीं जा ही सकते हैं। उल्लेखनीय है कि शिवपुर इलाके में रामवनमी जुलूस निकाले जाने के दौरान गुरुवार शाम पथराव के बाद दो समूह के बीच हिंसा भड़क गई थी। उसके अगले दिन भी वहां हिंसा हुई थी। इसके बाद वहां पर निषेधाज्ञा लागू है। हालांकि फिलहाल वहां स्थिति शांतिपूर्ण है।
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