दुष्कर्म के बाद गला दबाकर की गई बच्ची की हत्या, जननांगों में मिले चोट के निशान; पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बड़ा खुलासा
हाईकोर्ट के आदेश पर मंगलवार को दुष्कर्म और हत्या का शिकार बनी 10 वर्षीय बच्ची का दोबारा जेएनएम अस्पताल में पोस्टमार्टम किया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म के बाद हत्या की पुष्टि हुई है। शनिवार तड़के बच्ची का शव एक तालाब किनारे मिला था। इसके बाद उग्र भीड़ ने पुलिस चौकी पर धावा बोल दिया था। लोगों ने पुलिस पर निष्क्रियता का आरोप लगाया था।
राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता। बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के जयनगर में दरिंदगी की शिकार 10 वर्षीय बच्ची की पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चला है कि दुष्कर्म के बाद गला दबाकर उसकी हत्या कर दी गई थी। उसके जननांगों में चोट के निशान पाए गए हैं। गत शुक्रवार शाम को नाबालिग बच्ची जब ट्यूशन से घर लौट रही थी, उसी दौरान घटना को अंजाम दिया गया था।
पुलिस के वाहन में तोड़फोड़
शनिवार तड़के तालाब के किनारे उसका शव मिला था। कलकत्ता हाई कोर्ट के निर्देश पर बच्ची के शव का दोबारा पोस्टमार्टम किया गया। बच्ची का शव अंतिम संस्कार के लिए उसके गांव ले जाए जाने पर मंगलवार को हजारों ग्रामीणों ने पुलिस के वाहन को घेर लिया और प्रदर्शन करते हुए उसमें तोड़फोड़ की।
यह भी पढ़ें: हिरासत से भागा नाबालिग हत्यारोपी, परेशान दो ASI ने की आत्महत्या; रेलवे स्टेशन के पास मिले शव
दो दिनों से आइसक्रीम खिला रहा था आरोपी
पुलिस ने दावा किया है कि आरोपित मुस्तकिन सर्दार ने अपना गुनाह कबूल कर लिया है। पूछताछ में पुलिस को बताया कि वह पिछले दो दिनों से बच्ची को आइसक्रीम खिला रहा था। उससे दोस्ती करने की कोशिश कर रहा था। शुक्रवार की शाम उसने बच्ची को अपनी साइकिल पर लिफ्ट दी। उसे एक अज्ञात स्थान पर ले गया। वहां बच्ची को अपनी हवस का शिकार बनाने के बाद उसकी गला दबाकर हत्या कर दी फिर मौके से फरार हो गया।
एम्स में पोस्टमार्टम की व्यवस्था नहीं होने पर हाई कोर्ट ने केंद्र को लगाई फटकार
कलकत्ता हाई कोर्ट ने मंगलवार को नदिया जिले में स्थित कल्याणी एम्स में शवों के पोस्टमार्टम करने के लिए बुनियादी ढांचा नहीं होने पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय को फटकार लगाई। न्यायाधीश ने केंद्र सरकार के वकील से पूछा कि क्या कल्याणी एम्स में मेडिकल छात्र पोस्टमार्टम नहीं सीख रहे हैं? हाई कोर्ट ने केंद्र को कल्याणी एम्स में दिल्ली या ऋषिकेश एम्स जैसा बुनियादी ढांचा 31 दिसंबर 2025 तक बनाने का निर्देश दिया।
जेएनएम अस्पताल में हुआ पोस्टमार्टम
कोर्ट ने कहा कि बुनियादी ढांचे के निर्माण में आवश्यकता पड़ने पर राज्य को मदद के लिए हाथ बढ़ाना चाहिए। दरअसल, हाई कोर्ट ने दरिंदगी की शिकार बच्ची के शव का पोस्टमार्टम कल्याणी एम्स में करने का निर्देश दिया था लेकिन कल्याणी एम्स में जरूरी बुनियादी ढांचा उपलब्ध नहीं होने के कारण पोस्टमार्टम नहीं किया जा सका। इसके बदले कोर्ट के निर्देशानुसार एम्स के डॉक्टरों ने कल्याणी के जेएनएम अस्पताल में बच्ची के शव का पोस्टमार्टम किया।
यह भी पढ़ें: BJP की इस रणनीति से पलटा हरियाणा का गेम, कांग्रेस के मुंह से छीनी जीत; दूर तक जाएगा असर