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मटन बिरयानी, चिकन करी, बसंती पुलाव... दुर्गा पूजा में बंगाल के जेलों में कैदियों को मिलेगा स्पेशल खाना

पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा के दौरान जेलों में कैदियों की भी धूम रहेगी जहां उन्हें जेलों में स्पेशल बंगाली व्यंजन खाने को मिलेंगें। जेल अधिकारियों ने हर साल की तरह इस साल भी मेन्यू में दुर्गा पूजा के लिए विशेष बदलाव किए हैं। अधिकारियों की कोशिश है कि कैदियों के चेहरे पर मुस्कान लाई जा सके। जानिए कैदियों को क्या-क्या परोसा जाएगा।

By Jagran News Edited By: Sachin Pandey Updated: Sat, 05 Oct 2024 05:21 PM (IST)
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जेल अधिकारियों ने कैदियों के लिए दुर्गा पूजा का स्पेशल मेन्यू चार्ट तैयार किया है। (File Image)

राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल में दुर्गा पूजा त्योहार को लेकर एक अलग ही धूम रहती है। अलग-अलग थीम पर आकर्षक पूजा पंडालों के लिए प्रसिद्ध बंगाल में इस बार भी दुर्गा पूजा के दौरान जेलों में कैदियों को स्वादिष्ट भोजन मिलेगा।

दरअसल, जेलों में बंद कैदी भी उत्सव के दौरान खाने के मेन्यू में बदलाव की अपील करते हैं। ऐसे में बंगाल में षष्ठी से लेकर दशमी (दुर्गा पूजा की शुरुआत और अंत) तक जेल अधिकारी इन कैदियों के लिए कुछ अलग करते हैं। इस बार भी जेल अधिकारियों ने यहां कैदियों के लिए दुर्गा पूजा को लेकर स्पेशल मेन्यू चार्ट तैयार किया है।

स्पेशल मेन्यू में क्या-क्या है?

इसमें बंगालियों के बीच लोकप्रिय माछेर माथा दिए पुई शाक (मछली के सिर के साथ मालाबार पालक), माछेर माथा दिए दाल (मछली के सिर के साथ बंगाली मूंग दाल), लूची छोलार दाल (बंगाली चना दाल के साथ पूड़ी), पायेश (खीर), चिकन करी, आलू पोतोल चिंगरी (परवल और आलू के साथ बंगाली झींगा), रायता के साथ मटन बिरयानी, बसंती पुलाव (काजू और किशमिश के साथ घी से लथपथ मीठा पीला पुलाव) को शामिल किया गया है। ये स्पेशल मेन्यू पूजा के दौरान कैदियों को खाने में मिलेंगी।

'कैदियों के चेहरे पर मुस्कान लाने की कोशिश'

इस संबंध में बैरकपुर उप-सुधार गृह के एक वरिष्ठ जेल अधिकारी ने कहा, जेल सुधार गृह है। कैदी त्योहारों से पहले हमें विशेष खाने के लिए पत्र लिखते हैं। हम इस साल मेन्यू के साथ सुधार प्रक्रिया पर भी ध्यान दे रहे हैं। हमारी कोशिश है कि इन कैदियों के चेहरे पर मुस्कान लाई जा सके। वहीं, बर्द्धमान केंद्रीय सुधार गृह के एक वरिष्ठ जेल अधिकारी ने बताया कि अब जेल कैंटीन में रसोइये और सहायक के रूप में काम करने वाले कैदी पांच दिनों के उत्सव के लिए ये सब बनाएंगे।

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