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राधा की भक्ति ऐसी थी कि श्रीकृष्ण ने वरदान दिया कि उनका नाम पहले लिया जाएगा- राधा कृष्ण

बाल व्यास आकाश शर्मा ने कहा कि प्रभु भक्ति सच्चा प्रेम फूल की खुशबू की तरह है जिसे छुआ नहीं जा सकता महसूस किया जा सकता है। जिसने महसूस कर लिया उसका जीवन भी प्रेम भरी खुशबु से महकने लगेगा ।

By Priti JhaEdited By: Updated: Thu, 12 Aug 2021 09:54 AM (IST)
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कथा वाचन के मौके पर उपस्थित श्रद्धालु महिलाएं।

राज्य ब्यूरो, कोलकाता । भागवताचार्य आकाश शर्मा ने सिद्धा टाउन, राजरहाट में भक्ति भाव से श्रीमद्भागवत कथा में श्री कृष्ण के प्रति राधा की भक्ति, प्रेम के प्रसंग में कहा कि राधा जी की भक्ति (प्रेम ) और दर्द ऐसा था कि श्रीकृष्ण ने वरदान दिया कि उनका नाम श्रीकृष्ण जी से पहले लिया जाएगा - राधा कृष्ण। बाल व्यास आकाश शर्मा ने कहा कि प्रभु भक्ति, सच्चा प्रेम फूल की खुशबू की तरह है जिसे छुआ नहीं जा सकता, महसूस किया जा सकता है। जिसने महसूस कर लिया उसका जीवन भी प्रेम भरी खुशबु से महकने लगेगा ।

श्रीकृष्ण - रुक्मणि विवाह के प्रसंग में कहा द्वारकाधीश श्रीकृष्ण ने एक अवांछित विवाह को रोकने के लिये रुक्मणि का अपहरण कर लिया और दुष्ट शिशुपाल से बचाया। भागवताचार्य ने कहा महारास आत्मा और परमात्मा के मिलन की अद्भुत लीला है, जिसमे गोपिया आत्मरूप में श्रीकृष्ण रूपी परमात्मा को प्राप्त करती है । गोपी गीत, उद्धव-गोपी संवाद, जरासंध से युद्ध, श्रीकृष्ण का राजतिलक, फूलों की होली से भाव विभोर मीरा त्रिपाठी, प्रेमा शर्मा, प्रमिला शर्मा, अनु शर्मा, लक्ष्मी शर्मा, ममता पांडे, राधा मोदी, सुमन शर्मा, कुसुम मित्तल, उषा केडिया, निखिल शर्मा, पीयुष केडिया एवं राहुल कथा की व्यवस्था में सक्रिय रहे।

नंद के आनन्द भयो, जय कन्हैया लाल की. सिद्धा टाउन में भक्ति भाव से श्रीमद्भागवत कथा

भागवताचार्य आकाश शर्मा ने सिद्धा टाउन, राजरहाट में भक्ति भाव से श्रीमद्भागवत कथा में श्री कृष्ण जन्म का वर्णन करते हुए कहा कि पृथ्वी पर जब-जब अत्याचार बढ़े हैं, भगवान ने अवतार लेकर भक्तों का उद्धार किया है। श्री कृष्ण जन्म के समय गाए गये भजन, नंद के आनन्द भयो, जय कन्हैया लाल की... के साथ सभागार में श्रद्धालु भाव विभोर हो गये ।

भागवताचार्य आकाश शर्मा ने श्री कृष्ण भगवान के अविर्भाव के प्रसंग में कहा कि श्रीकृष्ण ने ताड़का, पूतना आदि का बचपन में वध कर दिया था। बाल लीला के प्रसंग में कहा कि बालकृष्ण को माखन चोर भी कहा जाता है, श्रीकृष्ण के बाल स्वरूप का दर्शन कर श्रद्धालु भक्तों का जीवन धन्य हो जाता है। श्रीमद्भागवत कथा में पधारे पंडित लक्ष्मीकान्त तिवारी, दीपक मिश्रा, मुकेश शर्मा, अशोक तिवारी एवं अतिथियों तथा भक्तों का कार्यकर्ताओं ने स्वागत किया । कथा 12 अगस्त तक होगी। 

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