कलकत्ता विश्वविद्यालय में रैगिंग का भंडाफोड़, जूनियर छात्रों से शराब मंगवाते थे सीनियर; कार्रवाई की मांग
जादवपुर विश्वविद्यालय (जेयू) के बाद अब कलकत्ता विश्वविद्यालय में रैगिंग का मामला सामने आया है। विश्वविद्यालय के प्रौद्योगिकी विभाग (बी टेक) के एक छात्र ने बताया कि उसे सीनियरों द्वारा काफी समय तक परेशान किया गया। उसने विश्वविद्यालय प्रबंधन व स्थानीय थाने में इसकी शिकायत की थी लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया। उसने राज्य मानवाधिकार आयोग को भी पत्र लिखा था लेकिन यह करके भी कोई फायदा नहीं हुआ।
By Jagran NewsEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Sat, 19 Aug 2023 05:57 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। जादवपुर विश्वविद्यालय (जेयू) के बाद अब कलकत्ता विश्वविद्यालय में रैगिंग का मामला सामने आया है। विश्वविद्यालय के प्रौद्योगिकी विभाग (बी टेक) के एक छात्र ने बताया कि उसे सीनियरों द्वारा काफी समय तक परेशान किया गया।
रैगिंग की शिकायत
उसने विश्वविद्यालय प्रबंधन व स्थानीय थाने में इसकी शिकायत की थी, लेकिन कोई कदम नहीं उठाया गया। उसने राज्य मानवाधिकार आयोग को भी पत्र लिखा था, लेकिन यह करके भी कोई फायदा नहीं हुआ।
उसने आगे कहा कि 2019 में दाखिले के बाद से ही उससे रैगिंग की जा रही थी। सीनियर जूनियर छात्रों से शराब मंगवाते थे और गिलास धुलवाते थे। रात को छात्रावास के उसके कमरे में बाहर से ताला लगा दिया जाता था। कई बार उसके कमरे में पेशाब भी किया गया है।
वाममोर्चा ने की कार्रवाई की मांग
इसके साथ ही छात्रावास में उसका खाना-पीना भी बंद करवा दिया गया था। तीन महीने तक उसे खुद से खाना पकाकर खाना पड़ा। वाममोर्चा के छात्र संगठन स्टूडेंट्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एसएफआई) की ओर से इसे लेकर कलकत्ता विश्वविद्यालय के कुलपति को ज्ञापन सौंपकर दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की गई है।
एसएफआई का आरोप है कि सत्ताधारी पार्टी तृणमूल कांग्रेस के छात्र संगठन के नेता अभिरूप चक्रवर्ती के नेतृत्व में इसे अंजाम दिया गया। कलकत्ता विश्वविद्यालय के सभी छात्रावासों में पूर्व छात्र व बाहरी लोग रह रहे हैं। दूसरी तरफ तृणमूल कांग्रेस छात्र परिषद के नेता अभिरूप चक्रवर्ती ने खुद पर लगे आरोप को पूरी तरह मिथ्या व आधारहीन बताते हुए कहा कि एसएफआई की ओर से दुष्प्रचार किया जा रहा है।
विश्वविद्यालय की जांच शुरू
कलकत्ता विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार देवाशीष दास ने कहा कि हमें शिकायत मिली है और इसकी जांच की जा रही है। विश्वविद्यालय के छात्रावासों पर पूर्व छात्रों व बाहरी लोगों के कब्जे के बारे में रजिस्ट्रार ने कहा कि वहां सिर्फ वर्तमान छात्र ही रह सकते हैं। यह निश्चित करने के लिए बार-बार कदम उठाया जाता है।
उल्लेखनीय है कि जेयू के छात्रावास की बालकनी से प्रथम वर्ष के छात्र स्वपनदीप कुंडु की संदिग्ध हालत में गिरकर मौत हो गई थी। इसके पीछे रैगिंग का मामला सामने आया है।
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