Move to Jagran APP

Kolkata: ममता को राहुल- खरगे ने किया फोन, चार- पांच नवंबर को हो सकती है I.N.D.I.A गठबंधन की अगली बैठक

राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और एनसीपी नेता शरद पवार ने मंगलवार को बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के साथ आइएनडीआइए गठबंधन की अगली बैठक को लेकर फोन पर चर्चा की है। विपक्षी गठबंधन की इससे पहले तीन बैठकें हो चुकी है। तीनों बैठकों में ममता हिस्सा ले चुकी हैं। हालांकि विपक्षी गठबंधन में सीट समझौते को लेकर अभी भी पेंच फंसा हुआ है।

By Jagran NewsEdited By: Shashank MishraUpdated: Wed, 11 Oct 2023 06:12 PM (IST)
Hero Image
नागपुर में होगी अगली बैठक, ममता होंगी शामिल
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। विपक्षी आइएनडीआइए गठबंधन की अगली बैठक नवंबर की शुरुआत में हो सकती है। इस संबंध में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और एनसीपी नेता शरद पवार ने मंगलवार को बंगाल की मुख्यमंत्री व तृणमूल कांग्रेस सुप्रीमो ममता बनर्जी के साथ फोन पर चर्चा की है।

आइएनडीआइए की अगली बैठक पर हुई चर्चा

सूत्रों के मुताबिक हाल में विदेश दौरे में चोट लगने के कारण डाक्टरों की सलाह पर फिलहाल कोलकाता के कालीघाट स्थित अपने आवास पर स्वास्थ्य लाभ कर रहीं ममता से तीनों विपक्षी नेताओं ने उनके स्वास्थ्य के बारे में भी हालचाल जाना।

तृणमूल नेताओं के अनुसार, इसके बाद आइएनडीआइए की अगली बैठक पर चर्चा की गई। इसमें कांग्रेस और राकांपा नेता इस महीने के ही अंत में नागपुर (जहां आरएसएस का मुख्यालय भी है) में बैठक के पक्ष में हैं।

इसपर ममता ने कहा कि उस समय लक्ष्मी पूजा के कारण उनका जाना संभव नहीं होगा। ममता ने सुझाव दिया कि अगर चार- पांच नवंबर तक बैठक होती है तो वह जा सकती हैं।

नागपुर बैठक में ममता होंगी शामिल

खबर है कि ममता के सुझाव पर तीनों नेताओं ने सहमति व्यक्त की। ऐसे में अब माना जा रहा है कि अगर सब कुछ ठीक रहा तो आइएनडीआइए की अगली बैठक चार- पांच नवंबर को नागपुर में होगी और ममता उसमें शामिल होंगी।

नागपुर के अलावा लखनऊ, कोलकाता और दिल्ली में भी अगली बैठक को लेकर चर्चा है। हालांकि पिछले महीने 13 सितंबर को विपक्षी दलों के समन्वय समिति की बैठक में जिन पांच शहरों को शार्ट लिस्टेड किया गया था, उसमें नागपुर फाइनल हुआ था।

गौरतलब है कि विपक्षी गठबंधन की इससे पहले तीन बैठकें हो चुकी है। पटना, मुंबई व बेंगलुरु में होने वाली तीनों बैठकों में ममता हिस्सा ले चुकी हैं। हालांकि विपक्षी गठबंधन में सीट समझौते को लेकर अभी भी पेंच फंसा हुआ है।

सहयोगी दलों को अहसास हो रहा है कि विभिन्न राज्यों में सीट समझौते में बंगाल एक बड़ा कांटा है। हाल में एनसीपी नेता शरद पवार ने खुलेआम कहा था कि विधानसभा चुनाव में बंगाल में कांग्रेस, तृणमूल व वामदल भले एक दूसरे के खिलाफ लड़े थे, लेकिन 2024 के लोकसभा चुनाव में उन्हें साथ मिलकर लडना चाहिए।

ये भी पढ़ें: हिमाचल में टिकट को लेकर सियासी घमासान, शिक्षा मंत्री से मिले शिमला के कांग्रेस नेता

हालांकि पवार के इस बयान पर बंगाल कांग्रेस के अध्यक्ष व वरिष्ठ सांसद अधीर रंजन चौधरी व माकपा नेताओं ने आपत्ति जताई थी। दरअसल, ममता के धुर विरोधी माने जाने वाले अधीर एवं माकपा नेतृत्व राष्ट्रीय स्तर पर गठबंधन के बावजूद बंगाल में ममता के साथ मिलकर किसी हाल में लड़ने को तैयार नहीं हैं।

ऐसे में यहां सीट समझौते की राह आसान नहीं दिख रही है। इसके अलावा कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर जातीय गणना के मुद्दे पर भी तृणमूल को मनाने के लिए बात करना चाहती है। हालांकि तृणमूल नेतृत्व ने इस मुद्दे पर अभी तक चुप्पी साध रखी है।

ये भी पढ़ें: विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी बीजेपी, क्या है A, B, C और D प्लान?

आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।