बंगाल में एक हजार करोड़ रुपये का राशन घोटाला, ED ने कोर्ट में दायर किया आरोपपत्र
बंगाल में राशन घोटाला एक हजार करोड़ रुपये का है। मामले की जांच कर रही ईडी ने अतिरिक्त आरोपपत्र में यह दावा किया है। उन्होंने इसमें चार और लोगों के नाम भी शामिल किए हैं। इसके अलावा ईडी ने आरोपितों से जुड़ीं चार कंपनियों के बारे में भी जानकारी दी है। ईडी ने शनिवार को बैंकशाल कोर्ट के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट को अतिरिक्त आरोपपत्र सौंपा।
राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता: बंगाल में राशन घोटाला एक हजार करोड़ रुपये का है। मामले की जांच कर रही ईडी ने अतिरिक्त आरोपपत्र में यह दावा किया है। उन्होंने इसमें चार और लोगों के नाम भी शामिल किए हैं। इसके अलावा ईडी ने आरोपितों से जुड़ीं चार कंपनियों के बारे में भी जानकारी दी है। ईडी ने शनिवार को बैंकशाल कोर्ट के मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट को अतिरिक्त आरोपपत्र सौंपा।
अभी इस मामले की सुनवाई सीबीआई की विशेष अदालत में चल रही है। शनिवार को अदालत बंद होने के कारण ईडी ने मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट को अतिरिक्त आरोपपत्र सौंपा और इसे सीबीआई की विशेष अदालत में भेजने का अनुरोध किया।
तृणमूल नेता और उनका भाई गिरफ्तार
मालूम हो कि ईडी ने गत दो अगस्त को राशन घोटाले में तृणमूल नेता और उनके भाई को गिरफ्तार किया था। उनके नाम अतिरिक्त आरोपपत्र में हैं। इसमें दो और डीलरों के भी नाम हैं। ईडी का दावा है कि वह व्यावसायिक कारणों से तृणमूल नेता बंधुओं से जुड़े हुए हैं। उनसे जुड़ीं चार कंपनियों का भी जिक्र अतिरिक्त आरोपपत्र में हैं।
आरोपपत्र में 29 लोगों और कंपनियों को किया नामजद
29 व्यक्ति और कंपनियां नामजद पहले के आरोपपत्रों में पूर्व खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक, बाकिबुर रहमान,शंकर आढ्य के नाम हैं। ईडी ने राशन घोटाले में अपने आरोपपत्र में कुल 29 लोगों और कंपनियों को नामजद किया है। ज्योतिप्रिय और उनके करीबी व्यवसायी बाकिबुर को राशन घोटाले में पहले ही गिरफ्तार किया गया था। ईडी ने कोर्ट में दावा किया था कि पूर्व खाद्य मंत्री ने रहमान बंधुओं से डेढ़ करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम ली है।