Move to Jagran APP
5/5शेष फ्री लेख

Sandeshkhali Attack: 'FIR की कॉपी नहीं मिल रही, आरोपियों पर कमजोर धाराएं लगाई हैं', ED ने बंगाल पुलिस पर लगाए बड़े आरोप

पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली इलाके में ईडी की टीम पर हमले की घटना तूल पकड़ती जा रही है। इस बीच ईडी ने बंगाल पुलिस पर घटना में आरोपियों पर कमजोर धाराएं लगाने का आरोप लगाया है। एजेंसी ने सोमवार को कहा कि राज्य पुलिस ने संदेशखाली में हुई घटना में केवल जमानती और गैर-अनुसूचित अपराधों के तहत एफआईआर दर्ज की है।

By Jagran News Edited By: Abhinav AtreyUpdated: Mon, 08 Jan 2024 05:10 PM (IST)
Hero Image
ईडी ने बंगाल पुलिस पर लगाए बड़े आरोप (फाइल फोटो)

पीटीआई, कोलकाता। पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली इलाके में ईडी की टीम पर हमले की घटना तूल पकड़ती जा रही है। इस बीच ईडी ने बंगाल पुलिस पर घटना में आरोपियों पर कमजोर धाराएं लगाने का आरोप लगाया है।

एजेंसी ने सोमवार को कहा कि राज्य पुलिस ने संदेशखाली में हुई घटना में केवल जमानती और गैर-अनुसूचित अपराधों के तहत एफआईआर दर्ज की है। साथ ही एजेंसी ने कहा कि पुलिस ने हमें शिकायत की कॉपी की भी जानकारी नहीं दी है।

सूचित किए जाने के बावजूद हुआ हमला- ईडी

ईडी ने कहा कि 5 जनवरी को उनकी टीम पर फिर से हमला हुआ। वहीं, स्थानीय पुलिस को ईडी की कार्रवाई के बारे में सूचित किए जाने के बावजूद उत्तर 24 परगना जिले के सिमुलतला बोनगांव में टीएमसी नेता शंकर आध्या की गिरफ्तारी के दौरान भीड़ ने उनके अधिकारियों पर हमला कर दिया।

एफआईआर की कॉपी का इंतजार है- एजेंसी

प्रवर्तन निदेशालय ने एक बयान में कहा, इस घटना में एक एफआईआर भी दर्ज की गई है। हमें एफआईआर की कॉपी की प्रति का इंतजार है। बता दें कि बीते शुक्रवार को संदेशखाली में टीएमसी की स्थानीय इकाई के संयोजक शाहजहां शेख के घर पर छापा मारने पहुंची ईडी की टीम पर उनके समर्थकों ने जानलेवा हमला किया था, जिसमें केंद्रीय जांच एजेंसी के तीन अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए थे।

पीडीएस घोटाले में जांच कर रही है एजेंसी

केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी पश्चिम बंगाल में कथित पीडीएस घोटाले से संबंधित मामले में जांच कर रही है। एजेंसी ने दावा किया है कि गिरफ्तार तृणमूल नेता शंकर आध्या ने विदेश में कम से कम 20 हजार करोड़ रुपये का लेनदेन किया है। कुल 90 फॉरेक्स कंपनियों के जरिए ये लेन-देन हुए हैं। उनमें से नौ से 10 हजार करोड़ रुपये राशन घोटाले में गिरफ्तार बंगाल के पूर्व मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक के हो सकते हैं। ये रुपये दुबई भेजे गए थे।

ये भी पढ़ें: 'कांग्रेस के लिए खुला है दिल, बात नहीं बनी तो अकेले लड़ेंगे चुनाव', सीट शेयरिंग को लेकर TMC का जवाब