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बंगाल की चार चिटफंड कंपनियों की संपत्ति की नीलामी की तैयारी में सेबी

बंगाल की चार चिटफंड कंपनियों की संपत्ति की नीलामी की जाएगी। सेबी निवेशकों का पैसा निकालने के लिए 30 जून कोएमपीएस ग्रुप विबग्योर ग्रुप प्रयाग ग्रुप पाइलन ग्रुप और मल्टीपर्पज बायोस इंडिया ग्रुप की संपत्तियां 64 करोड़ रुपये के आरक्षित मूल्य पर की नीलाी की जाएगी।

By Sumita JaiswalEdited By: Updated: Tue, 31 May 2022 06:40 PM (IST)
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30 जून को इन कंपनियों की संपत्ति की सेबी करेगी नीलामी। सांकेतिक तस्‍वीर।

कोलकाता, राज्य ब्यूरो। बंगाल की चार चिटफंड कंपनियों ( four chit fund companies in Bengal) की संपत्ति की नीलामी (auction) की तैयारी सेबी (SEBI) की ओर से की जा रही है। सेबी निवेशकों का पैसा निकालने के लिए 30 जून को एमपीएस ग्रुप, विबग्योर ग्रुप, प्रयाग ग्रुप, पाइलन ग्रुप और मल्टीपर्पज बायोस इंडिया ग्रुप की कंपनियों की संपत्तियों की नीलामी करेगा। इनकी नीलामी करीब 64 करोड़ रुपये के आरक्षित मूल्य पर की जाएगी। सेबी ने एक नोटिस में कहा कि नीलाम की जाने वाली संपत्तियां पश्चिम बंगाल में हैं। जिन 20 संपत्तियों की नीलामी की जानी है उनमें जमीन के टुकड़े, कई मंजिला इमारतें, एक कार्यालय स्थल, एक वाणिज्यिक स्थल और एक फ्लैट शामिल हैं।

इन संपत्तियों की बिक्री के लिए बोलियां आमंत्रित करते हुए सेबी ने कहा कि संपत्तियों की नीलामी 30 जून को सुबह 11 बजे से दोपहर एक बजे के बीच आनलाइन की जाएगी। नोटिस के मुताबिक इन संपत्तियों का कुल आरक्षित मूल्य लगभग 64 करोड़ रुपये आंका गया है। सेबी द्वारा क्विकर रियल्टी को संपत्तियों की बिक्री में सहायता के लिए नियुक्त किया गया है। नियामक ने कहा कि बोलीदाताओं को अपनी बोलियां जमा करने से इन संपत्तियों की स्वतंत्र रूप से खुद जांच करनी चाहिए।

नोटिस में कहा गया है। इन संपत्तियों की नीलामी सभी मौजूदा और भविष्य की देयता के साथ की जाएगी। सेबी किसी भी तीसरे पक्ष के दावों या अधिकारों या बकाया के लिए जिम्मेदार नहीं होगा। निवेशकों का पैसा ब्याज सहित वापस न करने पर सेबी पहले ही इन कंपनियों कुछ संपत्तियों को कुर्क कर चुका है। एपीएस समूह की कंपनियों में एमपीएस ग्रीनरी डेवलपर्स शामिल हैं, जिसने गैरकानूनी सामूहिक निवेश योजनाओं (सीआइएस) के जरिये निवेशकों से 1,520 करोड़ रुपये जुटाए थे। इन सब के खिलाफ सीबीआइ की टीम भी कार्रवाई कर चुकी है।

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