बंगाल पंचायत चुनाव में पैसे लेकर उम्मीदवारों को दिए गए थे टिकट, TMC विधायक ने पार्टी पर लगाए गंभीर आरोप
बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के भीतर आतंरिक कलह थमने का नाम नहीं ले रहा है। पार्टी में पंचायत समिति के अध्यक्ष का पद 30 से 40 लाख रुपये में बेचे जाने का आरोप लगाए जाने के अगले दिन तृणमूल विधायक इदरीश अली ने शनिवार को फिर गंभीर आरोप लगाए। विधायक ने दावा किया कि पंचायत चुनाव में कई जिलों में पैसे लेकर उम्मीदवारों को पार्टी के टिकट दिए गए थे।
By Jagran NewsEdited By: Devshanker ChovdharyUpdated: Sat, 23 Sep 2023 08:07 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के भीतर आतंरिक कलह थमने का नाम नहीं ले रहा है। पार्टी में पंचायत समिति के अध्यक्ष का पद 30 से 40 लाख रुपये में बेचे जाने का आरोप लगाए जाने के अगले दिन तृणमूल विधायक इदरीश अली ने शनिवार को फिर गंभीर आरोप लगाए।
विधायक ने अपनी ही पार्टी पर लगाए आरोप
मुर्शिदाबाद के भगवानगोला से विधायक अली ने पत्रकारों से बातचीत में दावा किया कि हाल में संपन्न पंचायत चुनाव में कई जिलों में पैसे लेकर उम्मीदवारों को पार्टी के टिकट दिए गए थे। उन्होंने विशेष रूप से अपने गृह जिले मुर्शिदाबाद का उल्लेख करते हुए कहा कि वहां पंचायत चुनाव में पार्टी उम्मीदवारों के चयन में पैसा निर्णायक कारक रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि जिलों में ब्लाक अध्यक्ष पार्टी के टिकट सुनिश्चित करने के लिए धन के इस संग्रह के लिए मुख्य रूप से जिम्मेदार हैं।
यह भी पढ़ेंः West Bengal: ममता बनर्जी के धरने की घोषणा के बीच वित्त आयोग ने बंगाल के लिए जारी किए 1,700 करोड़
उन्होंने विशेषकर अपने विधानसभा क्षेत्र के ब्लाक तृणमूल नेतृत्व पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि कुछ जगहों पर तय उम्मीदवारों के नाम तक अंतिम क्षणों में बदल दिए गए थे और जाहिर तौर पर पैसे ने इसमें भूमिका निभाई। उन्होंने मांग की कि सबसे पहले जिले में पार्टी के ब्लाक अध्यक्ष को बदलने की जरूरत है। बता दें कि एक दिन पहले अली ने आरोप लगाया कि था कि चुनाव के बाद उनके क्षेत्र में अब पंचायत समिति का अध्यक्ष व उपाध्यक्ष का पद 30 से 40 लाख रुपये में बेचे गए हैं।
पहले भी सामने आ चुके हैं आरोप
गौरतलब है कि इससे पहले मुर्शिदाबाद जिले के ही भरतपुर से तृणमूल विधायक हुमायूं कबीर ने भी स्थानीय पार्टी नेतृत्व पर पंचायत चुनाव में कथित रूप से पैसे लेकर टिकट बेचने का आरोप लगाया था। एक ही जिले से दो पार्टी विधायकों के इस आरोपों के बाद मुर्शिदाबाद में तृणमूल के भीतर अंदरूनी कलह खुलकर सामने आ गई है। जहां पार्टी के कई विधायक पहले से ही जिला अध्यक्ष शाओनी सिन्हा के खिलाफ लामबंद हैं।विपक्षी दलों ने तृणमूल को घेरा
इधर, पार्टी विधायक अली के आरोपों पर तृणमूल के राज्य नेतृत्व ने जहां चुप्पी साध रखी है, वहीं विपक्षी दलों ने इसके बहाने सत्तारूढ़ दल को घेरा है। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और सांसद सुकांत मजूमदार ने कहा कि अली ने जो कहा वह कोई नई बात नहीं है, क्योंकि भ्रष्टाचार का दूसरा नाम तृणमूल कांग्रेस है। वहीं, माकपा केंद्रीय समिति के सदस्य डा सुजन चक्रवर्ती के अनुसार, तृणमूल में अंदरूनी कलह इसलिए सार्वजनिक हो रही है क्योंकि गलत तरीके से अर्जित धन को नेतृत्व के सभी स्तरों के बीच समान रूप से साझा नहीं किया गया है।
यह भी पढ़ेंः West Bengal Politics: बंगाल विधानसभा सत्र के दौरान विधायकों की गैरहाजिरी पर सख्त हुई TMC, बनाए कड़े नियम
आपके शहर की हर बड़ी खबर, अब आपके फोन पर। डाउनलोड करें लोकल न्यूज़ का सबसे भरोसेमंद साथी- जागरण लोकल ऐप।