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तृणमूल मणिपुर हिंसा पर विधानसभा में लाएगा निंदा प्रस्ताव, BJP ने कहा- हम पंचायत चुनाव हिंसा पर चाहते हैं चर्चा

बंगाल विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने से पहले स्पीकर ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी लेकिन भाजपा और इंडियन सेक्युलर फ्रंट(आइएसएफ) के एक मात्र विधायक नौशाद सिद्दीकी भी शामिल नहीं हुए जिससे सर्वदलीय नहीं बल्कि सिर्फ एक दलीय बैठक हुई। इसमें सत्तारूढ़ दल तृणमूल के मंत्री विधायक शामिल हुए। इस बैठक में मणिपुर की जातीय हिंसा पर निंदा प्रस्ताव लाने पर चर्चा हुई और निर्णय लिया गया।

By Jagran NewsEdited By: Ashisha Singh RajputUpdated: Mon, 24 Jul 2023 06:54 PM (IST)
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हम बंगाल में महिला सुरक्षा और राज्य में पंचायत चुनाव हिंसा पर चर्चा चाहते हैं : भाजपा
कोलकाता, राज्य ब्यूरो। तृणमूल कांग्रेस की ओर मणिपुर हिंसा को लेकर बंगाल विधानसभा के मानसून सत्र में कांग्रेस निंदा प्रस्ताव लाया जाएगा। बंगाल विधानसभा का मानसून सत्र सोमवार से शुरू हो गया। पहले दिन दिवंगत हुए विशिष्टजनों को श्रद्धांजलि देने व शोक प्रस्ताव पारित कर सदन की पहले दिन कार्यवाही समाप्त कर दी गई। 

मणिपुर हिंसा पर निंदा प्रस्ताव

संसदीय कार्य मंत्री शोभनदेव चट्टोपाध्याय ने सोमवार को कहा कि इस सत्र में मणिपुर हिंसा पर निंदा प्रस्ताव लाया जाएगा। भाजपा ने भी पलटवार किया है और कहा कि उनकी ओर से पंचायत चुनाव में हुई हिंसा, मालदा से लेकर हावड़ा तक में महिलाओं के साथ हुई निंदनीय घटनाओं को लेकर प्रस्ताव लाया जाएगा और इस पर चर्चा की जाएगी।

मणिपुर हिंसा दुर्भाग्यपूर्ण

संसदीय कार्य मंत्री ने कहा कि मणिपुर हिंसा को लेकर पूरे देश के साथ हम भी दुखी हैं। महिलाओं, बच्चों पर अत्याचार हो रहा है। वे हमारे देश के नागरिक हैं। जो लोग हमला कर रहे हैं वे भी देश के नागरिक हैं। यह दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने केंद्र पर हमला बोलते हुए कहा कि केंद्र सरकार की भूमिका दुर्भाग्यपूर्ण है। एक राज्य में महिलाओं पर अत्याचार हो रहा है।

तृणमूल के विधानसभा में मुख्य सचेतक निर्मल घोष ने कहा कि यह निर्णय लिया गया है कि मणिपुर की स्थिति पर विधानसभा निंदा प्रस्ताव पेश कर चर्चा की जाएगी। तारीख और किस नियम के तहत चर्चा होगी, यह अभी तय नहीं हुआ है।

विधानसभा में मणिपुर पर किसी भी चर्चा का विरोध करेगी : भाजपा

भाजपा ने कहा कि वह विधानसभा में मणिपुर पर किसी भी चर्चा का विरोध करेगी। वह राज्य में पंचायत चुनावों में हुई हिंसा पर चर्चा चाहती है जिसमें कई लोगों की मौत हो गई। सिलीगुड़ी से भाजपा के विधायक शंकर घोष ने कहा कि राज्य सरकार अपनी विफलताओं से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रही है। हम बंगाल में महिला सुरक्षा और राज्य में पंचायत चुनाव हिंसा पर चर्चा चाहते हैं।

विधानसभा में सर्वदलीय नहीं एक पार्टी की बैठक हुई

बंगाल विधानसभा का मानसून सत्र शुरू होने से पहले स्पीकर ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी, लेकिन भाजपा और इंडियन सेक्युलर फ्रंट(आइएसएफ) के एक मात्र विधायक नौशाद सिद्दीकी भी शामिल नहीं हुए जिससे सर्वदलीय नहीं बल्कि सिर्फ एक दलीय बैठक हुई। इसमें सत्तारूढ़ दल तृणमूल के मंत्री विधायक शामिल हुए। इस बैठक में मणिपुर की जातीय हिंसा पर निंदा प्रस्ताव लाने पर चर्चा हुई और निर्णय लिया गया।

इसके बाद बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठक हुई। बताया गया है कि मानसून सत्र दो सप्ताह चल सकता है। इस बैठक के बाद मानसून सत्र निर्धारित समय पर शुरू हुआ। शोक संदेश भी पारंपरिक रूप बढ़ा गया और इसके बाद स्पीकर ने सत्र मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दिया।

विपक्ष को 'महत्व' देने की परंपरा : भाजपा

बैठक में शामिल नहीं होने को लेकर भाजपा की ओर से कहा गया कि विधानसभा की लोक लेखा समिति (पीएसी) सहित विभिन्न समितियों का अध्यक्ष 'दलबदलुओं' को बनाया गया है, जहां विपक्ष को 'महत्व' देने की परंपरा है। इसीलिए भाजपा विधायक दल लगातार विधानसभा की सर्वदलीय से लेकर बिजनेस एडवाइजरी कमेटी की बैठकों का बहिष्कार कर अपना विरोध जाते आ रहे हैं।

बताते चलें कि सत्तारूढ़ और विपक्षी खेमे कई बार पीएसी को लेकर भिड़ चुके हैं। सबसे पहले विवाद की शुरुआत मुकुल राय को लेकर हुई थी। उनके पीएसी अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद एक और 'दलबदलू' विधायक कृष्ण कल्याणी को पीएसी अध्यक्ष बनाया गया है। कृष्णा रायगंज से भाजपा के टिकट पर निर्वाचित हुए और बाद में वह तृणमूल में शामिल हो गए।

जवाबी घेराबंदी होगी तो अभिषेक बाबू दुबई भाग जाएंगेः घोष

सौ दिनों की रोजगार योजना समेत विभिन्न मदों में केंद्र से बकाया फंड की मांग को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनके सांसद भतीजे व तृणमूल महासचिव  अभिषेक बनर्जी ने राज्य में भाजपा नेताओं के घर घेरने का आह्वान किया है। इसे लेकर भाजपा विधायक ने विधानसभा में सोमवार को कहा कि जवाबी कार्रवाई हुई तो अभिषेक दुबाई भाग जाएंगे।

विधायक शंकर घोष ने कहा कि पूरे राज्य में कहीं घेराबंदी होगी, कहीं दिक्कत होगी, यह आने वाले दिनों में समझ आ जाएगा, लेकिन अभिषेक बनर्जी खुद कितने निचले प्रतिभा और निचले स्तर के नेता हैं यह उन्होंने इस कार्यक्रम की घोषणा कर साबित कर दिया है। खुद कई सौ करोड़ रुपये के घर में रहते हैं और तृणमूल समर्थकों को भड़का रहे हैं, ताकि हिंसक माहौल बने। भाजपा विधायक ने दावा किया कि जब इसका उल्टा शुरू होगा तो अभिषेक बाबू दुबई भाग जाएंगे।

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