West Bengal: नहीं खत्म हो रही तकरार, राज्यपाल की अनुमति के बिना विधानसभा अध्यक्ष ने TMC के 4 नवनिर्वाचित विधायकों को दिलाई शपथ
राज्यपाल की अनुमति के बिना विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने एक बार फिर हाल में हुए बंगाल विधानसभा उपचुनाव में नवनिर्वाचित तृणमूल कांग्रेस के चारों विधायकों सुप्ति पांडे मधुपर्णा ठाकुर मुकुटमणि अधिकारी और कृष्ण कल्याणी को मंगलवार को विधानसभा में शपथ दिलाईं। इसके बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विधानसभा अध्यक्ष के फैसले को सही ठहराते हुए राज्यपाल डा सीवी आनंद बोस पर तीखा हमला बोला।
राज्य ब्यूरो, जागरण, कोलकाता: बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस के दो विधायकों सायंतिका बनर्जी और रेयात हुसैन सरकार के शपथ को लेकर राजभवन के साथ विवाद अभी खत्म नहीं हुआ है। इस बीच राज्यपाल की अनुमति के बिना विधानसभा अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने एक बार फिर हाल में हुए बंगाल विधानसभा उपचुनाव में नवनिर्वाचित तृणमूल कांग्रेस के चारों विधायकों सुप्ति पांडे, मधुपर्णा ठाकुर, मुकुटमणि अधिकारी और कृष्ण कल्याणी को मंगलवार को विधानसभा में शपथ दिलाईं।
विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन उन्होंने चारों नवनिर्वाचित विधायकों को सदन में बुलाकर शपथ दिलाईं। इस कदम के बाद राजभवन के साथ टकराव और बढ़ने के आसार हैं। हाल में हुए उपचुनाव में कोलकाता की मानिकतल्ला सीट से सुप्ति पांडे, बागदा से मधुपर्णा ठाकुर, राणाघाट दक्षिण से डा मुकुटमणि अधिकारी और रायगंज से कृष्ण कल्याणी ने तृणमूल के टिकट पर जीत दर्ज की है।
राज्यपाल ने विधायकों की शपथ को बताया असवैंधानिक
इससे पहले लोकसभा के साथ हुए विधानसभा उपचुनाव में निर्वाचित तृणमूल के दो विधायकों सायंतिका बनर्जी (बरानगर) और रेयात हुसैन सरकार (भगवानगोला) के शपथ को लेकर हाल में राजभवन के साथ खासा विवाद हुआ था। इसको लेकर गतिरोध अभी भी जारी है। पिछले मामले में राज्यपाल ने विधानसभा अध्यक्ष की बजाय उपाध्यक्ष आशीष बनर्जी को शपथ दिलाने की जिम्मेदारी दी थी, लेकिन उनके इन्कार के बाद अध्यक्ष ने विधानसभा का विशेष सत्र बुलाकर दोनों को शपथ दिला दी थी। जिसे राज्यपाल असंवैधानिक बता चुके हैं। राज्यपाल ने राष्ट्रपति से भी इसकी शिकायत की थी।
ममता ने राज्यपाल पर बोला तीखा हमला
इधर, चारों विधायकों के शपथ के बाद सदन में बोलते हुए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने विधानसभा अध्यक्ष के फैसले को सही ठहराते हुए राज्यपाल डा सीवी आनंद बोस पर तीखा हमला बोला। मुख्यमंत्री ने राज्यपाल पर नवनिर्वाचित विधायकों के शपथ में जानबूझकर अड़ंगा डालने का आरोप लगाते हुए गतिरोध के लिए बोस को जिम्मेदार ठहराया।
विधानसभा अध्यक्ष के फैसले को सही ठहराया
ममता ने कहा कि राजभवन (राज्यपाल) को नामिनेटेड जबकि विधानसभा को इलेक्टेड बताया। ममता ने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष ने विधायकों को शपथ दिलाकर सही किया है। मैं अध्यक्ष के फैसले के साथ हूं। वहीं, विधानसभा अध्यक्ष ने कहा है कि हमलोगो ने संविधान को मानते हुए ही विधायकों का शपथ करवाया है। बाहर में कौन क्या बोल रहा है इससे मुझे मतलब नहीं। विधानसभा की कार्य मंत्रणा समिति की बैठक के बाद यह सिद्धांत लिया गया था कि इनका शपथ होगा और यह कानून के मुताबिक ही हुआ है।