'हम लोकसभा चुनाव से पहले अशांति नहीं...' सीएम ममता ने CAA-NRC को बंगाल और पूर्वोत्तर के लिए बताया संवेदनशील
केंद्र सरकार द्वारा नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) लागू करने की अधिसूचना जारी करने पर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई है। शुरू से ही इस कानून का पुरजोर विरोध कर रहीं ममता ने कहा कि अगर सीएए लोगों के समूहों के साथ कोई भेदभाव करता है किसी को उनके अधिकारों से वंचित किया जाता है तो हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। केंद्र सरकार द्वारा नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) लागू करने की अधिसूचना जारी करने पर बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कड़ी प्रतिक्रिया जताई है। शुरू से ही इस कानून का पुरजोर विरोध कर रहीं ममता ने कहा कि अगर सीएए लोगों के समूहों के साथ कोई भेदभाव करता है, किसी को उनके अधिकारों से वंचित किया जाता है तो हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे। मैं इसका विरोध करूंगी और इसके खिलाफ लडूंगी।
सीएए और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को बंगाल और पूर्वोत्तर के लिए संवेदनशील करार देते हुए ममता ने कहा कि वह लोकसभा चुनाव से पहले अशांति नहीं चाहती हैं। सीएए लागू होने से ठीक पहले राज्य सचिवालय नवान्न में जल्दबाजी में बुलाए गए एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ममता ने कहा, मैं यह स्पष्ट कर दूं कि हम लोगों के साथ भेदभाव करने वाली किसी भी चीज का विरोध करेंगे।
सीएए लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा का प्रचार
ममता ने सीएए को लोकसभा चुनाव से पहले भाजपा का प्रचार व दिखावा भी बताया और कहा कि यह इसके सिवाय कुछ भी नहीं है। ममता ने कहा कि हमें पहले केंद्र के नियमों को देखने दीजिए, इसे पढ़ने के बाद इस मुद्दे पर फिर बात करेंगे।ममता ने कहा कि सीएए के जरिए मतुआ व अन्य लोगों (शरणार्थियों) को नागरिकता देने की बात कही जा रही है। उन्होंने सवाल किया कि क्या इसका मतलब यह है कि वे (मतुआ) पहले नागरिक नहीं थे?