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West Bengal News: 127 मुखौटा कंपनियां बनाकर की 126 करोड़ से अधिक की GST धोखाधड़ी, मुख्य सरगना गिरफ्तार

जीएसटी खुफिया महानिदेशालय की कोलकाता जोनल इकाई की टीम ने फर्जी तरीके से इनपुट टैक्स क्रेडिट (आइटीसी) लेने के लिए 19 राज्यों में मुखौटा कंपनियां चलाने वाले एक गिरोह के मुख्य सरगना को गिरफ्तार किया है। 127 मुखौटा कंपनियां बनाकर इसके नाम पर वित्त वर्ष 2021-22 और 2022-23 के दौरान फर्जी दावा कर करीब 126.9 करोड़ रुपये का इनपुट टैक्स क्रेडिट लिया गया।

By Jagran NewsEdited By: Mohd FaisalUpdated: Tue, 11 Jul 2023 05:22 PM (IST)
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West Bengal News: 127 मुखौटा कंपनियां बनाकर की 126 करोड़ से अधिक की GST धोखाधड़ी, मुख्य सरगना गिरफ्तार (फाइल फोटो)
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। जीएसटी खुफिया महानिदेशालय की कोलकाता जोनल इकाई की टीम ने फर्जी तरीके से इनपुट टैक्स क्रेडिट (आइटीसी) लेने के लिए 19 राज्यों में मुखौटा कंपनियां चलाने वाले एक गिरोह के मुख्य सरगना को गिरफ्तार किया है।

मुखौटा कंपनियां बनाकर की 126 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी

अधिकारियों ने बताया कि इस गिरोह द्वारा कुल 127 मुखौटा कंपनियां बनाकर इसके नाम पर वित्त वर्ष 2021-22 और 2022-23 के दौरान फर्जी दावा कर करीब 126.9 करोड़ रुपये का इनपुट टैक्स क्रेडिट लिया गया। इस तरह इन फर्जी कंपनियों के माध्यम से वस्तुओं और सेवाओं की आपूर्ति के बिना नकली चालान व बिल तैयार कर कमीशन के आधार पर फर्जी आइटीसी का दावा कर केंद्र सरकार को 126 करोड़ रुपये से ज्यादा का भारी भरकम चूना लगाया गया।

मुखौटा कंपनियां चलाने वाला मुख्य सरगना गिरफ्तार

बाजार की गहन निगरानी और आंकड़ों के विश्लेषण के आधार पूरे गिरोह का पता लगाया गया और रविवार को मुख्य सरगना को गिरफ्तार करने में सफलता मिली। हालांकि आरोपित के नाम का खुलासा फिलहाल नहीं किया गया है।

नकली चालान व बिल तैयार कर आइटीसी का करता था दावा

अधिकारियों के अनुसार, आरोपित व्यवसायी 19 राज्यों में फर्जी आइटीसी क्लेम का यह धंधा चला रहा था। जांच में पाया गया कि आरोपित ने मुखौटा कंपनियां बनाईं और फर्जी इकाइयों के लिये जीएसटी पंजीकरण कराया। इसके लिए उसने कुछ पैसा देकर लोगों से आधार कार्ड, पैन कार्ड तथा तस्वीरें हासिल की। फर्जी कंपनियों के नाम पर नकली चालान जारी किए गए थे।

आरोपी के पास से कई कीमती सामान को किया जब्त

इसके साथ ही स्थानीय दलालों के जरिए नकली वाहन नंबरों का उपयोग इन्होंने फर्जी ई-वे बिल भी जारी किए गए थे। आरोपित के पास से तीन मोबाइल फोन और दो लैपटॉप भी जब्त किए गए हैं, जिसमें अहम जानकारी होने का दावा किया गया है। आरोपित को कोलकाता की एक अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।

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