West Bengal: बीरभूम के कोयला खदान में डेटोनेटर लदे ट्रक में जोरदार धमाका, सात श्रमिकों की मौत
पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में मौजूद एक कोयला खदान में आज जबरदस्त धमाका हुआ है। इस धमाके में 7 लोगों की मौत हो गई है। धमाके की वजह का अब तक पता नहीं चला है। बचाव और राहत का कार्य जारी है। इससे पहले बीरभूम जिले में त्थर खदान में पत्थर तोड़ने के दौरान तीन श्रमिकों की मौत हो गई थी।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल के बीरभूम जिले के खैरासोल के गंगारामचक इलाके में सोमवार को एक कोयला खदान में डेटोनेटर लदे ट्रक में भीषण विस्फोट होने से 7 श्रमिकों की मौत हो गई जबकि कई अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। पुलिस ने यह जानकारी दी।
खदान के अंदर अभी भी कई श्रमिकों के फंसे होने की आशंका है। बताया जा रहा है कि सुबह करीब 10 बजे पश्चिम बंगाल विद्युत विकास निगम लिमिटेड (डब्ल्यूबीपीडीसीएल) के खदान में यह विस्फोट उस वक्त हुआ जब कोयला खनन के कार्य में इस्तेमाल (खदानों में विस्फोट करने) के लिए डेटोनेटर लदा एक ट्रक अनलोड के लिए आया था।
खदान में ट्रक के प्रवेश करने के तुरंत बाद अनलोड की प्रक्रिया के दौरान अचानक विस्फोट हो गया। खबर है कि शार्ट सर्किट की वजह से डेटोनेटर फट गया, जिससे यह घटना घटी। विस्फोट इतना भीषण था कि शव के चीथरे-चीथरे उड़ गए। कई शव के टुकड़े 500 से 700 फीट दूर जाकर गिरा।
बोलपुर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (एएसपी) राणा मुखर्जी ने कहा कि अभी तक छह शव बरामद किए गए हैं जबकि तीन लोग घायल हुए हैं, जिनका सिऊड़ी अस्पताल में इलाज चल रहा है। बचाव अभियान अभी भी जारी है। उन्होंने कहा कि फोरेंसिक टीम इस विस्फोट के पीछे के कारणों की जांच करेगी। तभी पता चलेगा कि किस वजह से यह विस्फोट हुआ। इधर, कंपनी और बंगाल सरकार ने मृतकों के परिवारों के लिए मुआवजे की घोषणा की है।
राज्य के मुख्य सचिव मनोज पंत ने राज्य सचिवालय नवान्न में शाम में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि प्रत्येक मृतक के परिवार को 32 लाख रुपये और एक सदस्य को होमगार्ड में सरकारी नौकरी दी जाएगी। इनमें कंपनी की तरफ से खदान में मौत पर क्षतिपूर्ति कानून के तहत 10 लाख रुपये, अतिरिक्त 20 लाख और राज्य सरकार की तरफ से दो लाख रुपये को मिलाकर प्रत्येक मृतक के परिवार को कुल 32 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसके अलावा घायलों को दो लाख रुपये दिए जाएंगे।
मुख्य सचिव ने भी कहा कि विस्फोट की घटना के बाद छह शव बरामद किए गए हैं। इसके अलावा तीन घायल हुए हैं, जिनमें एक की हालत गंभीर है। बाकी दो खतरे से बाहर हैं।इधर, घटनास्थल का दौरा करने वाले भाजपा के स्थानीय विधायक अनूप साहा ने कहा कि विस्फोटक सामग्री को पर्याप्त सावधानी बरते बिना ट्रक से उतारा जा रहा था, जिसकी वजह से यह घटना घटी।डब्ल्यूबीपीडीसीएल के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक पीबी सलीम ने कहा कि यह घटना कोयला ब्लाक के डंप यार्ड में हुई। विस्फोट के कारण का पता लगाने के लिए जांच शुरू कर दी गई है। विस्फोट में मारे गए लोग खदान का संचालन कर रही एजेंसी के कर्मचारी थे।
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