कौन है शाहजहां? जिसके गुर्गों ने ED के अधिकारियों को पीटा; अब TMC दे रही है सफाई
बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में तृणमूल कांग्रेस के नेता के घर छापेमारी करने गए ईडी अधिकारियों व केंद्रीय बलों के जवानों पर शुक्रवार को हुए हमले की घटना का बचाव करते हुए राज्य में सत्तारूढ़ दल ने इसके लिए केंद्रीय एजेंसी को ही जिम्मेदार ठहराया है। शाहजहां शेख बंगाल के पूर्व मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक बेहद करीबी माना जाता है।
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में तृणमूल कांग्रेस के नेता के घर छापेमारी करने गए ईडी अधिकारियों व केंद्रीय बलों के जवानों पर शुक्रवार को हुए हमले की घटना का बचाव करते हुए राज्य में सत्तारूढ़ दल ने इसके लिए केंद्रीय एजेंसी को ही जिम्मेदार ठहराया है।
टीएमसी के मंत्री ने केंद्र पर साधा निशाना
घटना को लेकर विपक्षी दलों के आरोपों का जवाब देते हुए तृणमूल की वरिष्ठ नेता व राज्य सरकार में मंत्री डा शशि पांजा ने आरोप लगाया कि केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने जिस तरह हालात पैदा किए और स्थानीय लोगों को उकसाया, उसकी वजह से यह स्थिति उत्पन्न हुई।
घटना पर संवाददाताओं से बातचीत करते हुए पांजा ने इस बात पर जोर दिया कि केंद्र व भाजपा के इशारे पर केंद्रीय एजेंसियां जिस तरह से तृणमूल नेताओं को लगातार परेशान कर रही है, उसके प्रतिवाद में लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया।
पांजा ने कहा, ईडी अधिकारियों पर हमले की घटना को केंद्रीय मंत्री निशीथ प्रमाणिक ने संघीय ढांचे पर हमले की बात कही। राज्य का बकाया रोकना सही मायनों में संघीय ढांचे पर हमला है। उन्होंने राज्य सरकार व तृणमूल को बदनाम करने के लिए इस घटना के पीछे भाजपा की साजिश की आशंका भी जताई।
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कुणाल घोष ने की भाजपा और कांग्रेस की आलोचना
वहीं, तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता कुणाल घोष ने भाजपा और कांग्रेस की आलोचना करते हुए दावा किया कि बंगाल में कानून व्यवस्था कई अन्य राज्यों से कहीं बेहतर है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल पूरे प्रकरण पर निष्पक्ष तरीके से विचार करने के बजाय सीधे नतीजे निकाल रहे हैं। उन्हें भाजपा नेता की तरह काम नहीं करना चाहिए।
बता दें कि यह घटना सुबह तब हुई जब ईडी अधिकारियों ने राशन वितरण घोटाले में तृणमूल कांग्रेस के नेता शाहजहां शेख के आवास पर छापेमारी करने पहुंचीं, जहां उन्हें शाहजहां के समर्थकों के हमलों का सामना करना पड़ा। समर्थकों ने ईडी अधिकारियों और केंद्रीय बलों के जवानों पर हमले के साथ उनके वाहनों को भी नुकसान पहुंचाया। इस घटना के बाद यहां का सियासी पारा चढ़ गया है। भाजपा के साथ कांग्रेस ने भी राज्य में तत्काल राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की है।
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