West Bengal: बंगाल में जून से डिजिटल राशन कार्ड के बिना नहीं मिलेगा केरोसिन तेल
खाद्य विभाग ने लिया निर्णय कागज के बने राशन कार्ड के मार्फत खाद्य सामग्रियों का वितरण पहले ही हो चुका है बंद। कागज के बने राशन कार्ड के मार्फत खाद्य सामग्रियों का वितरण पहले ही बंद किया जा चुका हैअब केरोसिन तेल में भी यही कदम उठाया जा रहा है।
By Priti JhaEdited By: Updated: Thu, 14 Apr 2022 04:08 PM (IST)
राज्य ब्यूरो, कोलकाता। बंगाल में जून से डिजिटल राशन कार्ड के बिना केरोसिन तेल नहीं मिलेगा। खाद्य विभाग ने यह निर्णय लिया है। गौरतलब है कि कागज के बने राशन कार्ड के मार्फत खाद्य सामग्रियों का वितरण पहले ही बंद किया जा चुका है, अब केरोसिन तेल के मामले में भी यही कदम उठाया जा रहा है लेकिन दार्जिलिंग जिले के मामले में यह फैसला अभी क्रियान्वित नहीं होगा। कारण, वहां के चाय बगान श्रमिकों को डिजिटल राशन कार्ड आवंटित करने की प्रक्रिया अभी चल रही है। प्रक्रिया के संपन्न होने के बाद वहां इस नए निर्देश को लागू किया जाएगा।
गौरतलब है कि कागज के बने राशन कार्ड से अब सिर्फ केरोसिन तेल ही दिया जाता है। एक कार्ड पर डेढ़ सौ मिली लीटर तेल मिलता है। जून से वह भी बंद कर दिया जाएगा। खाद्य विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि एक जून से गैर डिजिटल राशन कार्ड से कुछ भी नहीं मिलेगा, न खाद्य सामग्रियां और न ही केरोसिन तेल। जिन लोगों ने अब त डिजिटल राशन कार्ड नहीं बनवाए हैं, उन्हें इस बाबत प्रोत्साहित किया जाएगा।
बंगाल में जून से डिजिटल राशन कार्ड के बिना केरोसिन तेल नहीं मिलेगा। खाद्य विभाग ने यह निर्णय लिया है। गौरतलब है कि कागज के बने राशन कार्ड के मार्फत खाद्य सामग्रियों का वितरण पहले ही बंद किया जा चुका है, अब केरोसिन तेल के मामले में भी यही कदम उठाया जा रहा है। खाद्य विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक डिजिटल कार्ड के क्षेत्र में प्रति कार्ड 150 मिलीलीटर के बदले 500 मिलीलीटर केरोसिन तेल देने पर विचार किया जा रहा है। केरोसिन तेल डीलर हालांकि इसके समर्थन में नहीं हैं। उनका कहना है कि सरकार का यह कदम उनके हित में नहीं होगा। डिजिटल राशन कार्ड एक प्रकार से बहुत सुरक्षित माना जाता है। सरकार ने भारत में डिजिटल राशन कार्ड को लागू कर दिया है। जिससे लोगों को पुराने कार्ड कहीं ले जाने की जरुरत नही पड़ेगी।
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