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मुख्‍यमंत्री ममता का राज्यपाल पर तीखा हमला, कोरोना संकट काल में सत्ता हड़पने की कोशिश ना करें

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर तीखे शब्दों में हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि वह कोरोना वायरस संकट के दौरान ‘सत्ता हड़पने’ की कोशिश कर रहे हैं।

By Vijay KumarEdited By: Updated: Sat, 02 May 2020 08:07 PM (IST)
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मुख्‍यमंत्री ममता का राज्यपाल पर तीखा हमला, कोरोना संकट काल में सत्ता हड़पने की कोशिश ना करें
राज्य ब्यूरो, कोलकाताः बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को राज्यपाल जगदीप धनखड़ पर तीखे शब्दों में हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि वह कोरोना वायरस संकट के दौरान ‘सत्ता हड़पने’ की कोशिश कर रहे हैं। मुख्यमंत्री को पिछले हफ्ते राज्यपाल ने दो पत्र भेजे थे, जिसके बाद ममता ने यह तीखी टिप्पणी की है। दरअसल, कोविड-19 के प्रसार के प्रति पश्चिम बंगाल सरकार की प्रतिक्रिया के मद्देनजर राजभवन और नवान्न (राज्य सचिवालय) के बीच तकरार चल रही है। ममता ने धनखड़ को 13 पृष्ठों के अपने जवाब में कहा,‘एक राज्यपाल से एक निर्वाचित मुख्यमंत्री को इस तरह के शब्द और इस तरह की विषय-वस्तु, अभिप्राय और लहजे वाले पत्र भारत के संवैधानिक एवं राजनीतिक इतिहास में पूर्ण रूप से अभूतपूर्व हैं।’ उन्होंने कहा, ‘मेरे और मेरे मंत्रियों तथा मेरे अधिकारियों के खिलाफ आपके (राज्यपाल के) शब्द अपमानजनक, असयंमित, भयादोहन करने वाले और निंदनीय बताये जा सकते हैं।’

ममता ने उन पर उपदेश देने और संवैधानिक नियमों का खुद पालन किए बगैर उसका प्रवचन देने तथा उल्लंघन करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि राज्यपाल उनकी (मुख्यमंत्री की) नीतियों से सहमत नहीं हो सकते हैं, लेकिन दुर्भाग्य से इसे उनके संज्ञान में लाने के अलावा उनके पास और कोई शक्ति नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा,‘संकट की इस घड़ी में सत्ता हड़पने की अपनी कोशिशों तेज करने से बाज आने की मैं आपसे विनती करती हूं...आपको सोशल मीडिया पर अपने लगातार ट्वीट में आधिकारिक पत्र/लोगो इस्तेमाल करने से दूर रहना चाहिए।’ यहां बताना आवश्यक है कि कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री ने राज्यपाल को पांच पेज का एक पत्र भेजकर उन्हें याद दिलाया था कि वे मनोनित हैं जबकि वह निर्वाचित सीएम हैं।

इसके बाद राज्यपाल ने 24 अप्रैल को 14 पेज का एक पत्र भेजे थे। जिसमें उन्होंने भी सीएम के पत्र के हर बिंदुओं का उल्लेख कर 37 मुद्दे लिखकर करारा जवाब भेजे थे। इसके बाद भी राज्यपाल एक और पत्र लिख और लगभग हर दिन ट्वीटर पर हमले बोल रहे हैं। इसी को लेकर शनिवार को ममता ने भी राज्यपाल को 13 पेज का एक पत्र भेजा है। साथ ही इस पत्र में उन्होंने लिखा है कि अब भविष्य में वह राज्यपाल के किसी भी पत्र का जवाब नहीं देंगी।  पत्र मिलने के बाद राज्यपाल ने शाम को ट्विटर पर लिखा दिनांक 24/4 को मेरे पत्र का जवाब आज भेजा गया है और सार्वजनिक डोमेन में है। इसलिए पत्र पर प्रतिक्रिया से पहले की यह टिप्पणी है। आगे लिखा इस महत्वपूर्ण समय में मैं उन्हें गंभीर स्थिति पर ध्यान केंद्रित करने और अनकहे सार्वजनिक दुखों को दूर करने के लिए एकजुटता से काम करने का आग्रह करता हूं।

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