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Flood Alert: बंगाल में बाढ़ का कहर जारी, सीएम ममता हुई नाराज; पुरुलिया-झारखंड सीमा पर रोके वाहन

पश्चिम बंगाल में कई दिनों से हो रही लगातार बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। इनमें दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) ने झारखंड के मैथन और पंचेत डैम से अधिक पानी छोड़ा। इसके चलते दक्षिण बंगाल के कई जिलों में बाढ़ आ गई है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार डीवीसी और झारखंड सरकार पर अपनी कड़ी नाराजगी जाहिर की।

By Jagran News Edited By: Jeet Kumar Updated: Fri, 20 Sep 2024 04:00 AM (IST)
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बंगाल में बाढ़ का कहर जारी, सीएम ममता हुई नाराज
जागरण संवाददाता, पुरुलिया। पश्चिम बंगाल में कई दिनों से हो रही लगातार बारिश से नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। इनमें दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) ने झारखंड के मैथन और पंचेत डैम से अधिक पानी छोड़ा। इसके चलते दक्षिण बंगाल के कई जिलों में बाढ़ आ गई है। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने डैम से पानी छोड़ने को लेकर मंगलवार 17 सितंबर को झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से बात की।

पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री के सलाहकार अलपन बनर्जी ने कहा कि बाढ़ की स्थिति को देखते हुए राज्य के 10 जिलों में 10 सचिवों को भेजा जा रहा है। डीवीसी के मैथन, पंचेत जलाशय और दुर्गापुर बैराज से अत्यधिक पानी छोड़े जाने से दक्षिण बंगाल के विभिन्न जिलों में बाढ़ की स्थिति पैदा हो गई है। एक के बाद एक गांव में पानी भर गया है। डीवीसी ने बुधवार सुबह से पानी छोड़ना शुरू कर दिया है। मैथन और पांचेत डैम से काफी पानी छोड़ा गया है।

इन इलाकों में आई बाढ़

दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) के अनुसार, बुधवार सुबह से मैथन डैम से 40,000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है । पिछले मंगलवार को 1 लाख 60 हजार क्यूसेक जल छोड़ा गया था। इसके अलावा पंचेत से 1 लाख 30 हजार क्यूसेक जल छोड़ा गया, जिससे डीवीसी का अत्यधिक जल छोड़े जाने से पश्चिम बंगाल के कई जिले जलमग्न हो गए। विशेष रूप से, हावड़ा, हुगली, पूर्व और पश्चिम बर्धमान, हुगली जिले के खानाकुल, आरामबाग क्षेत्रों में भी बाढ़ आ गई।

सीएम ममता हुई नाराज

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने 19 सितंबर को कहा था कि यह एक मानव निर्मित बाढ़ है, राज्य सरकार दामोदर घाटी निगम के साथ सभी संबंध तोड़ रही है। उन्होंने पश्चिम बंगाल पुलिस के डीजीपी राजीव कुमार को निर्देश दिया कि पश्चिम बंगाल और झारखंड सीमा 19 सितंबर से लगातार तीन दिनों के लिए सील रहेगी। इस निर्देश के तहत पुरुलिया जिला पुलिस ने 19 सितंबर की रात से पुरुलिया-झारखंड सीमा पर सभी नाका चेकिंग प्वाइंट को सील कर दिया है।

पुरुलिया झारखंड सीमा क्षेत्र में पचास से अधिक नाका चेकिंग प्वाइंट पर जिला पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है। झारखंड से किसी भी वाहन को पुरुलिया सीमा में प्रवेश की अनुमति नहीं है। इससे झारखंड सीमा पर विभिन्न वाहनों की लंबी कतार लग गयी है। सभी नाका चेकिंग पॉइंट में भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात किया है

अचानक सीएम ममता ने सीमा सील का दिया फरमान

डीवीसी के द्वारा छोड़े गए पानी से पश्चिम बंगाल के कुछ इलाकों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई। जिसके बाद मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार, डीवीसी और झारखंड सरकार पर अपनी कड़ी नाराजगी जाहिर की। इसके बाद अचानक ही मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने झारखंड से सटने वाली सभी बंगाल की सीमाओं को अगले तीन दिनों तक सील करने का फरमान जारी कर दिया। इसके बाद बंगाल सीमा के सभी बार्डर पर पुलिस फोर्स तैनात कर दिए गए। बंगाल के आला अधिकारी सड़कों पर उतरने लगे।

एनएच पर वाहनों की लंबी कतारें लगने लगी। पूर्वी सिंहभूम जिला अंतर्गत बहरागोड़ा के बड़शोल थाना क्षेत्र के एनएच 49 सीमा से सटने वाली दारीसोल के आगे चिचड़ा बार्डर (पश्चिम बंगाल) में झारखंड से आने वाली वाहनों के प्रवेश को प्रतिबंध लगा दिया गया है।

वाहन चालकों के सामने परेशानी

सीमा पर बंगाल पुलिस के अधिकारी व जवानों को तैनात होकर वाहनों को रोक रहे। रात्रि 12 बजे तक चिचड़ा बार्डर में लगभग 6 किलोमीटर लंबा जाम लग गया था। अचानक सीमा सील होने से ट्रक चालक व वाहन चालकों को बेहद परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

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