Afghanistan: तालिबान पर एक साल और रखी जाएगी निगरानी, UN सुरक्षा परिषद के फैसले पर चीन और रूस का ये है रुख
UN Security Council संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने तालिबान प्रशासन के खिलाफ प्रतिबंध निगरानी टीम के मिशन को एक और साल तक के लिए बढ़ा दिया है। यूएनएससी के सदस्य देशों ने गुरुवार को एक बैठक में प्रस्ताव 2716 को मंजूरी दे दी। इसमें प्रतिबंध निगरानी टीम से प्रस्ताव 1988 द्वारा स्थापित समिति का समर्थन करने का अनुरोध किया गया।
एएनआई, न्यूयॉर्क। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने तालिबान प्रशासन के खिलाफ प्रतिबंध निगरानी टीम के मिशन को एक और साल तक के लिए बढ़ा दिया है। यूएनएससी के सदस्य देशों ने गुरुवार को एक बैठक में प्रस्ताव 2716 को मंजूरी दे दी। इसमें प्रतिबंध निगरानी टीम से प्रस्ताव 1988 द्वारा स्थापित समिति का समर्थन करने का अनुरोध किया गया।
इस दौरान संयुक्त राष्ट्र में अमेरिक के राजदूत ने तालिबान के खिलाफ प्रतिबंधों को जारी रखने को अफगानिस्तान में शांति और सुरक्षा के लिए सही माना।
प्रतिबंधों को हटाने की मांग करता रहा है तालिबान
बता दें कि तालिबान बार-बार दुनिया भर के देशों से अपने ऊपर लगे प्रतिबंधों हटाने की मांग करता रहा है। मगर, अफगानिस्तान में तालिबान द्वारा महिलाओं के खिलाफ भेदभाव और एक समावेशी सरकार की कमी है, इसको देखते हुए सुरक्षा परिषद ने तालिबान पर अपने प्रतिबंधों पर पुनर्विचार किया है।
चीन और रूस ने प्रतिबंधों की समीक्षा करने की बात कही
हालांकि, तालिबान के खिलाफ प्रतिबंधों के विरोध के बावजूद, चीन और रूस ने प्रतिबंधों की समीक्षा करने की बात कही है। साथ ही चीन और रूस ने सुरक्षा परिषद की निगरानी टीम के काम को जारी रखने पर वीटो नहीं लगाया है।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की निगरानी टीम अफगानिस्तान में उन लोगों, समूहों, कंपनियों और संस्थाओं पर बैन लगाती है जो तालिबान शासन का हिस्सा हैं या उससे जुड़े हुए हैं।