Air India Urinating Case: सहयात्री ने कहा- नशे में धुत था शंकर मिश्रा, चालक दल ने भी नहीं दिखाई सहानुभूति
Air India Urinating Case एयर इंडिया में सफर करते समय शंकर मिश्रा नशे में धुत था। यह बात उसकी बगल की सीट पर बैठे व्यक्ति ने कही है। उन्होंने यह भी कहा कि एयर इंडिया के चालक दल ने पीड़ित महिला के साथ सहानुभूति नहीं दिखाई।
By AgencyEdited By: Achyut KumarUpdated: Sun, 08 Jan 2023 10:03 PM (IST)
न्यूयार्क, पीटीआइ। अमेरिका के प्रसिद्ध डाक्टर सुगत भट्टाचार्य ने कहा कि एयर इंडिया के विमान में महिला यात्री पर पेशाब करने वाला शंकर मिश्रा नशे में धुत था। उसे कोई होशो-हवास नहीं था। एयर इंडिया के चालक दल ने भी महिला यात्री के साथ कोई सहानुभूति नहीं दिखाई।
पिता ने बेटे को बताया निर्दोष तो जताई नाराजगी
डा. भट्टाचार्य 26 नवंबर को एयर इंडिया के न्यूयार्क से दिल्ली जा रहे विमान में शंकर मिश्रा की बगल वाली सीट पर बैठे थे। अमेरिका के न्यू हैंपशायर प्रांत में रहने वाले डाक्टर भट्टाचार्य ने फोन पर बताया, ''मैंने विमान उतरने के तुरंत बाद इस घटना के बारे में एयर इंडिया से विस्तृत शिकायत दर्ज कराई। अब मैं सार्वजनिक रूप से इसके बारे में इसीलिए कह रहा हूं, क्योंकि शंकर मिश्रा के पिता ने अपने पुत्र को निर्दोष बताया है और कहा है कि महिला ने संभवत: कुछ वसूलने के लिए आरोप लगाया है।''
यह भी पढ़ें: Air India Urinate Case: टाटा संस के चेयरमैन ने दिया बयान, कहा- मेरे लिए यह घटना व्यक्तिगत पीड़ा का विषय
''पायलट की होती है जिम्मेदारी''
डाक्टर भट्टाचार्य ने बताया कि जिम्मेदारी पायलट की है। दोपहर के भोजन के बाद मिश्रा ने चार बार शराब पी। मैंने चालक दल के एक पुरुष सदस्य को भी मिश्रा पर नजर रखने के बारे में सचेत किया था। यह एक तरह का यौन उत्पीड़न है और एक बार जब ऐसी घटना घट जाती है तो कोई व्यक्ति बीच का रास्ता नहीं अपना सकता।
अमेरिका के प्रसिद्ध श्रवण विज्ञानी ने कहा, ''मैं नाराज था। नशे में धुत उस आदमी ने क्या किया, मुझे इसकी परवाह नहीं थी। अधिकारियों ने कोई सहानुभूति नहीं दिखाई। विमान में पायलट मुख्य व्यक्ति होता है और सारी जिम्मेदारी उसकी होती है।''