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अमेरिका-ब्रिटेन का यमन में हाउती विद्रोहियों के ठिकानों पर फिर हमला, भारी नुकसान होने का दावा

अमेरिका और ब्रिटेन की सेनाओं ने सोमवार रात एक बार फिर यमन में हाउती विद्रोहियों पर जोरदा हमले किए। दोनों देशों की सेनाओं ने विद्रोहियों के आठ ठिकानों को निशाना बनाया। अमेरिकी रक्षा विभाग ने कहा कि ये हमले लाल सागर में हाउती विद्रोहियों द्वारा व्यापारिक जहाजों को निशाना बनाने वाली क्षमताओं को पूरी तरह से बर्बाद करने के लिए किए गए।

By Jagran News Edited By: Devshanker Chovdhary Updated: Tue, 23 Jan 2024 09:53 PM (IST)
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अमेरिका और ब्रिटेन की सेनाओं ने एक बार फिर यमन में हाउती विद्रोहियों पर जोरदार हमले किए। (फाइल फोटो)

रायटर्स, वाशिंगटन। अमेरिका और ब्रिटेन की सेनाओं ने सोमवार रात एक बार फिर यमन में हाउती विद्रोहियों पर जोरदार हमले किए। दोनों देशों की सेनाओं ने विद्रोहियों के आठ ठिकानों को निशाना बनाया।

अमेरिकी रक्षा विभाग ने कहा कि ये हमले लाल सागर में हाउती विद्रोहियों द्वारा व्यापारिक जहाजों को निशाना बनाने वाली क्षमताओं को पूरी तरह से बर्बाद करने के लिए किए गए। अमेरिका और सहयोगी देशों द्वारा गत माह से अब तक ईरान समर्थित हाउती विद्रोहियों पर आठ बार हमले किए जा चुके हैं।

हउती के कई ठिकाने तबाह

अमेरिकी सेना के अधिकारियों ने बताया कि यमन में ऑस्ट्रेलिया, बहरीन, कनाडा और नीदरलैंड्स के सहयोग से हमले किए गए। हमले में विद्रोहियों के कई भूमिगत ठिकाने ध्वस्त हो गए।

इससे उन्हें मिसाइलों व ड्रोन का भारी नुकसान हुआ है। हालांकि उन्होंने नष्ट की गई मिसाइलों, रडारों, ड्रोन और अन्य सैन्य क्षमताओं की सटीक जानकारी देने से इनकार किया।

क्या बोले ब्रिटेन के विदेश मंत्री?

हाल के हमले के बाद ब्रिटेन के विदेश मंत्री डेविड कैमरून ने कहा कि हम विद्रोहियों के हमलों को रोकने के लिए इस प्रकार की कार्रवाई जारी रखेंगे और इस कार्रवाई से हाउती को सीधा संदेश दिया गया है। गत सप्ताह अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने भी हाउती विद्रोहियों के हमलों के नहीं रुकने तक हवाई हमले जारी रखने की बात कही थी।

इधर, हाउती विद्रोहियों के प्रवक्ता याह्या सारेया ने कहा कि अमेरिका और ब्रिटेन की सेना ने अलग-अलग स्थानों पर कुल मिलाकर 18 हवाई हमले किए। ये हमले माफी योग्य नहीं है और इनका जवाब दिया जाएगा।