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तनाव के बीच अमेरिकी NSA सुलिवन और चीनी विदेश मंत्री ने माल्टा में मुलाकात की, क्या हैं इसके मायने?

अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने पिछले दो दिनों में माल्टा में चीन के विदेश मंत्री से मुलाकात की है। यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब दुनिया की दोनों महाशक्तियों के बीच तनावपूर्ण संबंधों चल रहे हैं। दोनों की मुलाकात के बारे में व्हाइट हाउस ने रविवार जानकारी देते हुए कहा कि इसका उद्देश्य अमेरिका और चीन के रिश्तों को जिम्मेदारी से बनाए रखना है।

By Jagran NewsEdited By: Abhinav AtreyUpdated: Mon, 18 Sep 2023 10:22 AM (IST)
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तनाव के बीच अमेरिकी NSA सुलिवन और चीनी विदेश मंत्री की मुलाकात (फाइल फोटो)

वाशिंगटन, एजेंसी। अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार ने पिछले दो दिनों में माल्टा में चीन के विदेश मंत्री से मुलाकात की है। यह मुलाकात ऐसे समय में हुई है जब दुनिया की दोनों महाशक्तियों के बीच तनावपूर्ण संबंधों चल रहे हैं। दोनों की मुलाकात के बारे में व्हाइट हाउस ने रविवार जानकारी देते हुए कहा कि इसका उद्देश्य अमेरिका और चीन के रिश्तों को जिम्मेदारी से बनाए रखना है।

व्हाइट हाउस ने एक बयान में कहा कि एनएसए जेक सुलिवन और चीनी विदेश मंत्री वांग यी के बीच स्पष्ट, ठोस और रचनात्मक चर्चा हुई। दुनिया की दो सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाएं खुली बातचीत बनाए रखने की कोशिश कर रही हैं। इससे पहले सुलिवन और वांग बातचीत के लिए मई में वियना में मिले थे। दोनों शीर्ष अधिकारियों ने माल्टा में दो दिनों में लगभग 12 घंटे बातचीत की है।

बाइडेन और चीनी प्रधानमंत्री की भारत में मुलाकात

बता दें कि अमेरिका और चीन बड़े पैमाने पर एक दूसरे से व्यापार करते हैं, मगर इसके बावजूद वाशिंगटन और बीजिंग खुद को प्रतिस्पर्धी के रूप में देखते हैं। राष्ट्रपति जो बाइडेन ने हाल ही में भारत में समपन्न हुए जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान चीन के प्रधानमंत्री ली कियांग से बात की थी। इस दौरान बाइडेन ने कहा था, उन्होंने चीन से स्थिरता के बारे में बात की थी और यह काफी सामान्य था।

US की प्रशांत क्षेत्र में चीन के प्रभाव को संतुलित करने की कोशिश

दरअसल, पिछले कुछ सालों में जो बाइडेन ने प्रशांत क्षेत्र में चीन के प्रभाव को संतुलित करने के लिए जापान, दक्षिण कोरिया, भारत, वियतनाम और अन्य देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने के लिए काम किया है।

फिर भी बाइडेन ने पिछले रविवार को वियतनाम की राजधानी हनोई में एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि यह दौराचीन के साथ "शीत युद्ध" के बारे में नहीं हैं। उन्होंने कहा, "यह चीन को नियंत्रित करने के बारे में नहीं है। यह वैश्विक आर्थिक विकास के लिए एक स्थिर आधार होने के बारे में है।"

दोनों देशों के बीच का रिश्ता एक दूसरे के प्रति प्रतिस्पर्धी

राष्ट्रपति जो बाइडेन के बयान के बावजूद अमेरिका और चीन के बीच का रिश्ता एक दूसरे के प्रति प्रतिस्पर्धी है। बाइडेन प्रशासन ने इसी साल की शुरुआत में महाद्वीपीय अमेरिका में घुसे एक चीनी जासूसी गुब्बारे को मार गिराया था। चीनी सरकार ने वाणिज्य सचिव जीना रायमोंडो के ईमेल हैक कर लिए गए थे।

ठीक नहीं चल रही है चीन की अर्थव्यवस्था

वहीं, अमेरिकी सरकार ने चीन को उन्नत कंप्यूटर चिप्स के निर्यात को बैन कर दिया है। वहीं, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग द्वारा अपनी शक्ति को केंद्रीकृत करने के बाद, चीनी अर्थव्यवस्था में कोरोना महामारी संबंधी लॉकडाउन खत्म होने के बाद भी उम्मीद के मुताबिक सुधार नहीं हुआ है।

व्हाइट हाउस ने कहा कि सुलिवन और वांग ने दोनों देशों के बीच संबंधों, वैश्विक और क्षेत्रीय सुरक्षा मुद्दों, यूक्रेन में रूस के युद्ध और ताइवान जलडमरूमध्य पर चर्चा की। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, मादक द्रव्य विरोधी प्रयासों और चीन में हिरासत में लिए गए अमेरिकी नागरिकों की स्थिति पर भी चर्चा की।

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