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USA: अमेरिका ने जाहिर की चिंता, कहा- भारत के पड़ोसी देशों को ऋण के जाल में फंसाकर जबरन लाभ उठा सकता है चीन

अमेरिका इस बात को लेकर काफी चिंतित है कि चीन द्वारा भारत के निकटवर्ती पड़ोसी देश जिसमें पाकिस्तान और श्रीलंका शामिल है उनको दिए जा रहे कर्ज का इस्तेमाल जबरन फायदा उठाने के लिए किया जा सकता है। (फोटो-एजेंसी)

By Jagran NewsEdited By: Preeti GuptaUpdated: Sat, 25 Feb 2023 08:11 AM (IST)
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अमेरिका ने कहा- भारत के पड़ोसी देशों को ऋण के जाल में फंसाकर जबरन लाभ उठा सकता है चीन
वॉशिंगटन, एएनआई। अमेरिका इस बात को लेकर काफी चिंतित है कि चीन द्वारा भारत के निकटवर्ती पड़ोसी देश पाकिस्तान और श्रीलंका को दिए जा रहे कर्ज का इस्तेमाल जबरन फायदा उठाने के लिए किया जा सकता है। दक्षिण और मध्य एशियाई मामलों के अमेरिकी सहायक सचिव डोनाल्ड लू ने यह बात एक प्रेस वार्ता के दौरान कही है। लू, सचिव एंटनी ब्लिंकन की भारत, कजाकिस्तान, उज्बेकिस्तान की आगामी यात्रा का पूर्वावलोकन करते हुए एक विशेष प्रेस वार्ता को संबोधित कर रहे थे।

"चीन अपने द्वारा दिए गए कर्ज का उठा सकता है गलत फायदा'

डोनाल्ड लू ने प्रेस वार्ता में मौजूद संवाददाताओं से कहा कि भारत के निकटवर्ती देशों को चीन की ओर से दिए जा रहे कर्ज को लेकर हम अत्यधिक चिंतित हैं। हमें लगता है कि इस कर्ज का उपयोग जबरदस्ती फायदा उठाने के लिए किया जा सकता है। पाकिस्तान और श्रीलंका को चीन द्वारा दिए जा रहे है कर्ज के प्रशन के उत्तर में लू ने कहा कि हम इस संबंध में भारत और इन दोनों देशों से बात कर रहे हैं कि कैसे हम इन देशों को अपने निर्णय लेने में मदद कर सकते हैं। साथ ही वे अपने फैसले खुद लें और किसी बाहरी साझेदार के दबाव में न आएं।

1 मार्च को एंटनी ब्लिंकन जी20 बैठक में लेंगे भाग

बता दें कि सचिव एंटनी ब्लिंकन 1 मार्च को जी20 विदेश मंत्रियों की बैठक में भाग लेने के लिए नई दिल्ली की यात्रा करेंगे। अमेरिकी विभाग ने कहा कि इस दौरन वह बहुपक्षवाद को मजबूत करने, खाद्य और ऊर्जा सुरक्षा, सतत विकास, नशीले पदार्थों का मुकाबला करने, वैश्विक स्वास्थ्य, मानवीय सहायता, लैंगिक समानता, महिला सशक्तिकरण और आपदा राहत पर सहयोग को गहरा करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे।

जी20 की बैठक के दौरान विभिन्न चुनौतियां के समाधान पर होगी वार्ता

डोनाल्ड लू ने प्रेस ब्रीफिंग के दौरान आर्थिक और व्यावसायिक मामलों के अमेरिकी सहायक सचिव रामिन टोलोई भी मौजूद थे। प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि "सचिव ब्लिंकेन भारत के जी20 अध्यक्षीय वर्ष के हिस्से के रूप में दिल्ली जाने के लिए उत्सुक हैं। भारत के लिए जी20 की अध्यक्षता एक सफलता है। उन्होंने कहा कि विश्व में आम चुनौतियों की कोई कमी नहीं है, और हम इन चुनौतियों का समाधान करने के लिए अन्य जी20 देशों के साथ अपनी साझेदारी को गहरा करना चाहते हैं।

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3 मार्च को ब्लिंकन एशियाई क्वाड की बैठक में भी लेंगे भाग

ब्रीफिंग के दौरान लू ने कहा कि सचिव नई दिल्ली में अपने समकक्ष भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर के साथ बैठक करेंगे। जिस दौरान वे हमारी रणनीतिक भागीदार साझेदारी के बारे में बात करेंगे लेकिन वास्तव में इस बात पर ध्यान केंद्रित करेंगे कि हम जी20 में एशियाई क्वाड में एक साथ कैसे काम कर रहे हैं तो वहीं हम रक्षा सहयोग पर क्या कर रहे हैं। 3 मार्च को, सचिव एशियाई क्वाड के विदेश मंत्रियों की एक बैठक में भी भाग लेंगे जिसमें संयुक्त राज्य अमेरिका, भारत, जापान और ऑस्ट्रेलिया शामिल है।

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