Chinese Hacker: चीन के निशाने पर अमेरिका का समूचा बुनियादी ढांचा, हैकर्स तबाह कर सकते हैं इलेक्ट्रिसिटी ग्रिड और तेल पाइपलाइन
एफबीआई के निदेशक क्रिस्टोफर रे ने बुधवार को चीन पर बड़ा आरोप लगाया। क्रिस्टोफर आज प्रतिनिधि सभा के पैनल के सामने इस बारे में बयान देंगे चीन सरकार से जुड़े हैकर अमेरिका में महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को निशाना बना रहे हैं और अमेरिकियों को वास्तविक दुनिया में भारी नुकसान पहुंचाने की तैयारी कर रहे हैं। क्रिस्टोफर चीन के साथ प्रतिस्पर्धा को लेकर सदन की चयन समिति के सामने गवाही देंगे।
रॉयटर्स, वॉशिंगटन। एफबीआई के निदेशक क्रिस्टोफर रे ने बुधवार को चीन पर बड़ा आरोप लगाया। क्रिस्टोफर आज प्रतिनिधि सभा के पैनल के सामने इस बारे में बयान देंगे चीन सरकार से जुड़े हैकर अमेरिका में महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को निशाना बना रहे हैं और अमेरिकियों को वास्तविक दुनिया में भारी नुकसान पहुंचाने की तैयारी कर रहे हैं।
क्रिस्टोफर रे चीन के साथ प्रतिस्पर्धा को लेकर सदन की चयन समिति के सामने गवाही देंगे। इसमें वह बताएंगे कि वाटर ट्रीटमेंट प्लांट, विद्युत ग्रिड, तेल और प्राकृतिक गैस पाइपलाइन और परिवहन केंद्र चीन की हैकिंग ऑपरेशनों के निशाने पर हैं। इसपर लोगों का बहुत कम ध्यान गया है।
अमेरिकी बुनियादी ढांचे पर तबाही मचाने की तैयारी
एफबीआई द्वारा जारी की गई गवाही के मुताबिक रे पैनल को बताएंगे, "चीन के हैकर अमेरिकी बुनियादी ढांचे पर तबाही मचाने और अमेरिकी नागरिकों और समुदायों को रियल दुनिया में नुकसान पहुंचाने की तैयारी में हैं। इस बारे में चीन फैसला करता है कि हमला कब करना है।"चीनी विदेश मंत्रालय ने बयान देने से इनकार किया
वहीं, चीन के विदेश मंत्रालय ने इस मामले पर कोई भी बयान देने से इनकार कर दिया। रे बुधवार को बीजिंग द्वारा पैदा किए गए साइबर खतरों पर केंद्रित सुनवाई में हाउस चाइना कमेटी के सामने अपनी पहली मौजूदगी दर्ज करवाने वाले हैं।शीर्ष साइबर अधिकारियों के साथ मौजूद रहेंगे रे
एफबीआई के निदेशक क्रिस्टोफर रे तीन अन्य शीर्ष अमेरिकी साइबर अधिकारियों के साथ मौजूद रहेंगे। बता दें कि समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने एक दिन पहले ही रिपोर्ट में कहा था कि अमेरिकी सरकार ने हाल के महीनों में चीनी हैकिंग ऑपरेशन, वोल्ट टाइफून के खिलाफ एक अभियान शुरू किया, जिसके बारे में अधिकारियों ने कहा कि वह अमेरिकी बुनियादी ढांचे नेटवर्क पर जासूसी कर रहा था।
वहीं, एफबीआई के निदेशक पहले भी कह चुके हैं कि चीन जासूसी अभियानों, बौद्धिक संपदा की चोरी और साइबर हमलों के जरिए अमेरिका को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है।ये भी पढ़ें: Pakistan Election 2024: इमरान खान नहीं लड़ पाएंगे चुनाव! RO ने खारिज किया नामांकन पत्र; सुप्रीम कोर्ट पहुंची PTI