चीन से निपटने को अमेरिका के भारत से रिश्ते अहम, भारतवंशी अमेरिकी सांसद रो खन्ना की दो टूक
खन्ना के नेतृत्व में अमेरिका का द्विदलीय कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल अभी हाल में भारत के दौरे पर गया था। स्वदेश वापसी के बाद खन्ना ने मंगलवार को रेडियो टाक शो होस्ट ह्यू हेविट से बातचीत में अमेरिका के रणनीतिक संबंधों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि अमेरिका को अपनी रणनीतिक चुनौतियों से निपटने के लिए भारत के साथ रिश्ते बेहद महत्वपूर्ण रहने वाले हैं।
By AgencyEdited By: Amit SinghUpdated: Wed, 30 Aug 2023 07:38 PM (IST)
वाशिंगटन, पीटीआई: भारतवंशी सांसद रो खन्ना ने कहा है कि अपने रणनीतिक विरोधियों चीन और रूस से निपटने के लिए अमेरिका के भारत से रिश्ते अहम हैं। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि चीन और रूस हमेशा एक कदम आगे नहीं बढ़ेंगे, इसलिए वहां अवसर है। लेकिन हमें इस बारे में स्पष्ट नजर रखनी चाहिए कि वे क्या कर रहे हैं।
भारत के दौरे पर अमेरिकी सांसद
खन्ना के नेतृत्व में अमेरिका का द्विदलीय कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल अभी हाल में भारत के दौरे पर गया था। स्वदेश वापसी के बाद खन्ना ने मंगलवार को रेडियो टाक शो होस्ट ह्यू हेविट से बातचीत में अमेरिका के रणनीतिक संबंधों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि अमेरिका को अपनी रणनीतिक चुनौतियों से निपटने के लिए भारत के साथ रिश्ते बेहद महत्वपूर्ण रहने वाले हैं।
खन्ना ने कहा कि अमेरिका के लिए यह उम्मीद करना अनुचित है कि चीन के साथ संघर्ष के दौरान भारत मलक्का जलडमरूमध्य को अवरुद्ध कर देगा। लेकिन अगर चीन ताइवान पर आक्रमण करता है तो भारत लद्दाख और अरुणाचल प्रदेश में अपनी सीमाओं पर दो मोर्चों पर युद्ध शुरू करने के लिए आक्रामक हो सकता है। मलक्का जलडमरूमध्य अंडमान सागर (हिंद महासागर) और दक्षिण चीन सागर को जोड़ता है।
चीन का नया मानक मानचित्र
वहीं, चीन ने अपने 'मानक मानचित्र' का 2023 का संस्करण आधिकारिक तौर पर जारी किया, जिसमें उसने अरुणाचल प्रदेश, अक्साई चिन, ताइवान, दक्षिण चीन सागर और कई विवादित क्षेत्रों को शामिल किया है। हालांकि, भारत ने बार-बार कहा है कि अरुणाचल प्रदेश हमेशा देश का अभिन्न अंग रहा है और हमेशा रहेगा।चीन के मानचित्र में अरुणाचल पर दावा
चीन के सरकारी समाचार पत्र ग्लोबल टाइम्स ने एक्स पर पोस्ट में कहा कि चीन का मानक मानचित्र का 2023 का संस्करण आधिकारिक तौर पर सोमवार को जारी किया गया। यह नक्शा चीन और दुनिया के विभिन्न देशों की राष्ट्रीय सीमाओं की रेखांकन पद्धति के आधार पर संकलित किया गया है।