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अमेरिका के शीर्ष अधिकारी ने कहा- भारत की प्रेस लोकतंत्र का समर्थन कर स्वतंत्र होकर करती है काम

डोनाल्ड लू ने कहा कि भारत में कुछ भी गुप्त नहीं रखा गया है। आपके पास एक लोकतंत्र के रूप में भारत है क्योंकि आपके पास एक स्वतंत्र प्रेस है जो वास्तव में काम करती है। डोनाल्ड लू अमेरिकी सरकार में 30 से अधिक सालों से काम कर रहे हैं।

By Jagran NewsEdited By: Jagran News NetworkUpdated: Sat, 22 Apr 2023 01:35 PM (IST)
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डोनाल्ड लू ने सराहना करते हुए कहा भारत में प्रेस की स्वतंत्रता के लिए मेरे मन में बहुत सम्मान है।
वाशिंगटन, एजेंसी। अमेरिका के एक बड़े अधिकारी ने भारत में काम कर रही प्रेस की तारीफ की है। दक्षिण और मध्य एशिया के अमेरिकी सहायक विदेश मंत्री डोनाल्ड लू ने सराहना करते हुए कहा कि प्रेस की स्वतंत्रता और दुनिया के सबसे अधिक आबादी वाले देश में लोकतंत्र का समर्थन करने में पत्रकारों की भूमिका रही है।

दक्षिण और मध्य एशिया के अमेरिकी सहायक विदेश मंत्री डोनाल्ड लू ने कहा, "भारत में कुछ भी गुप्त नहीं रखा गया है। आपके पास एक लोकतंत्र के रूप में भारत है क्योंकि आपके पास एक स्वतंत्र प्रेस है जो वास्तव में काम करती है।"

उन्होंने ने पीटीआई समाचार एजेंसी को बताया, "मुझे पता है कि मीडिया इंडस्ट्री बदल रही है लेकिन भारत में प्रेस की स्वतंत्रता के लिए मेरे मन में बहुत सम्मान है। यहां कुछ भी गुप्त नहीं रखा गया है। आपके पास एक लोकतंत्र के रूप में भारत है क्योंकि आपके पास एक स्वतंत्र प्रेस है जो वास्तव में काम करता है।”

कौन हैं डोनाल्ड लू ?

डोनाल्ड लू अमेरिकी सरकार में 30 से अधिक सालों से काम कर रहे हैं। पिछले साल दक्षिण-मध्य एशियाई मामलों में उन्हें सहायक सचिव बनाया गया था। 2018 से 2021 तक किर्गिस्तान और 2015 से 2018 तक उन्होंने अल्बानिया में अमेरिकी राजदूत के रूप में सेवा दी। 2010 से 2013 के बीच वे भारत में बतौर अमेरिकी मिशन के डिप्टी चीफ काम कर चुके हैं।

लू अमेरिकी विदेश विभाग में दक्षिण एशियाई मामलों के सहायक सचिव के तौर पर शीर्ष राजनयिक हैं। साल 1997 से 2000 तक भारत में उन्होंने राजनीतिक अधिकारी के तौर पर सेवा दी है। इससे पहले 1996 से 1997 में उन्होंने दिल्ली में अमेरिका राजदूत के विशेष सहायक के रूप में भी काम किया है। वहीं 1992 से 1994 के बीच वे पेशावर में राजनीतिक अधिकारी भी रहे हैं।