अमेरिका ने दी उत्तर कोरिया को चेतावनी, कहा- अगर रूस को किया हथियारों की आपूर्ति तो चुकानी पड़ेगी 'कीमत'
America News अमेरिका और नॉर्थ कोरिया के बीच चल रहे तनातनी के बीच यूएस ने उत्तर कोरिया को धमकाया है। अमेरिका ने धमकी देते हुए नॉर्थ कोरिया को कहा है कि अगर उसने रूस को हथियार की मदद की तो उसको भारी कीमत चुकानी पड़ेगी। अमेरिका का ऐसा मानना है कि नॉर्थ कोरिया और रूस के बीच हथियारों को लेके बातचीत सक्रिय रूप में जारी है।
By AgencyEdited By: Babli KumariUpdated: Wed, 06 Sep 2023 03:56 PM (IST)
वाशिंगटन, एजेंसी। अमेरिका इन दिनों उत्तर कोरिया से नाराज चल रहा है। बार-बार दोनों ही देश एकदूसरे के प्रति नाराजगी जाहिर कर रहे हैं। कभी अमेरिका ताइवान की मदद कर उत्तर कोरिया को उकसाता है तो यूक्रेन की लड़ाई में उसका साथ देके नॉर्थ कोरिया और रूस के बढ़ती नजदीकयों में दखल देता है। इस बीच अमेरिका ने एक बार फिर नॉर्थ कोरिया को चेतावनी दे दी है।
अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने मंगलवार को कहा कि अगर उत्तर कोरिया यूक्रेन के खिलाफ युद्ध लड़ने के लिए रूस को हथियारों की आपूर्ति करता है तो उसे "कीमत" चुकानी पड़ेगी। मंगलवार को एक ब्रीफिंग में, अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका का मानना है कि उत्तर कोरिया और रूस के बीच बातचीत "सक्रिय रूप से आगे बढ़ रही है"।
उत्तर कोरिया पर मीडिया के एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा, " हमारे द्वारा किए गए वर्तमान विश्लेषण से यह खुलासा हुआ है कि उत्तर कोरिया और रूस के बीच यूक्रेन में युद्ध के लिए रूस को सैन्य सहायता प्रदान करने के संबंध में उत्तर कोरिया और रूस के बीच चर्चा सक्रिय रूप से आगे बढ़ रही है।"
उत्तर कोरिया चल रहे यूक्रेन-रूस युद्ध में रूस की कर सकता है मदद
सुलिवन ने जानकारी देते हुए कहा कि मैं उत्तर कोरिया के इरादों के बारे में कोई भी अटकलें नहीं लगा सकता हूं। मैं बस इस वक्त इतना कह हूं कि उत्तर कोरिया चल रहे यूक्रेन और रूस युद्ध में रूस की मदद करते हुए उसको हथियार दे सकता है जिससे रूस चल रही लड़ाई में यूक्रेन के कई बड़े बचे हुए शहरों पर हमला कर सकता है।
सीएनएन ने अमेरिकी सरकार के हवाले से बताया कि सुलिवन की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन इस महीने रूस की यात्रा करने की योजना बना रहे हैं और हथियारों की बातचीत को सक्रिय रूप से आगे बढ़ाने के लिए राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ बातचीत करेंगे।