उत्तर कोरिया में घुसपैठ करने वाला सैनिक दो माह बाद अमेरिका लौटा, स्वीडन और चीन की मदद से वापसी हो सकी संभव
अमेरिका के एक सैनिक ने दो माह पहले उत्तर कोरिया में अवैध रूप से प्रवेश किया था जिसको अब रिहा कर दिया दिया गया है। वह गुरुवार तड़के वापस अमेरिका पहुंच गया।व्हाइट हाउस के अनुसार अमेरिकी सैनिक की वापसी स्वीडन और चीन की मदद से आयोजित की गई थी। अधिकारियों ने बताया कि 23 साल के ट्रैविस किंग का स्वास्थ्य बेहतर है और फिलहाल उसकी देखभाल की जा रही है।
By AgencyEdited By: Sonu GuptaUpdated: Thu, 28 Sep 2023 10:32 PM (IST)
सेन एंटोनियो, एपी। दक्षिण कोरिया से लगी भारी किलेबंदी वाली सीमा को पार कर दो माह पहले उत्तर कोरिया में घुसपैठ करने वाला अमेरिकी सैनिक किंग आखिरकार गुरुवार सुबह स्वदेश लौट आए। अमेरिका लौटने के बाद किंग को गुरुवार को चिकित्सकीय जांच और साक्षात्कार के लिए टेक्सास आर्मी बेस ले जाया गया। यह जानकारी अमेरिका के रक्षा विभाग के मुख्यालय पेंटागन ने दी।
उत्तर कोरिया ने की थी रिहाई की घोषणा
अमेरिका के राष्ट्रपति भवन व्हाइट हाउस ने बताया कि उत्तर कोरिया ने एक दिन पहले ही यकायक सैनिक ट्रैविस किंग को रिहा करने की घोषणा की थी। उनकी वापसी सहयोगी स्वीडन और चीन की मदद से संभव हो सकी। अधिकारियों ने कहा कि 23 वर्षीय किंग का स्वास्थ्य अच्छा है। अभी हमारा ध्यान देखभाल करने और उन्हें अमेरिकी समाज में फिर से शामिल करने पर होगा।
अमेरिकी सेना में नस्लीय भेदभाव से था परेशान
समाचार एजेंसी रायटर ने इससे पहले उत्तर कोरिया की सरकारी समाचार एजेंसी के हवाले से बताया कि अमेरिकी सैनिक ने देश में अवैध तरीके से घुसने की बात को स्वीकार किया था। अधिकारियों ने पकड़े गए अमेरिकी सैनिक से पूछताछ भी की थी। अमेरिकी सैनिक ने पूछताछ में माना था कि वह अवैध रूप से उत्तर कोरिया की सीमा में घुसा था। उसने बताया कि वह अमेरिकी सेना के अमानवीय दुर्व्यवहार और नस्लीय भेदभाव के खिलाफ था। इसलिए वह उत्तर कोरिया या किसी और देश में शरण लेना चाहता था।यह भी पढ़ेंः North Korea की सीमा में घुसते हुए पकड़ा गया था अमेरिकी सैनिक, अब किम जोंग उन के देश ने उठाया ये कदम
इस मामले में बने थे पहले अमेरिकी
दक्षिण कोरिया में सेवा के दौरान किंग गत 18 जुलाई को सीमावर्ती गांव के दौरे के दौरान यकायक उत्तर कोरिया में घुस गए थे। वह गत पांच वर्षों में उत्तर कोरिया द्वारा हिरासत में लेने वाले पहले अमेरिकी बन गए थे। उन्हें सेना से एडब्ल्यूओएल घोषित कर दिया गया था लेकिन भगौड़ा नहीं माना था।सेना में एडब्ल्यूओएल में सजा अलग-अलग होती है ओर यह इस पर निर्भर करता है कि सेवा सदस्य स्वेच्छा से लौटा अथवा उसे पकड़ा गया था। किंग की दो महीने की अनुपस्थिति और अंतत: उत्तर कोरिया द्वारा उन्हें सौंप जाना मामले को और अधिक जटिल बना देता है।
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