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अमेरिका में भारतीय मूल के पुलिस अधिकारी को कोर्ट ने किया बरी, महिला की हत्‍या का लगा था आरोप

पुलिस अधिकारी का नाम रविंदर सिंह है जिस पर 30 साल की मैगी ब्रुक्‍स की हत्‍या का आरोप है। हालांकि उसने तीन बच्‍चों की मां ब्रुक्‍स पर जानबूझकर गोली नहीं चलाई। उसके निशाने पर एक कुत्‍ता था जो उसके पीछे पड़ा था।

By Arijita SenEdited By: Updated: Tue, 30 Aug 2022 04:30 PM (IST)
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मामले से संबंधित सभी गवाहों और बयानों के मद्देनजर कोर्ट ने रविंदर को बेकसूर माना
ह्यूस्‍टन, एजेंसी। अमेरिका (America) में टेक्‍सास (Texas) की एक अदालत ने लापरवाही से गोली चलाने से एक महिला की हुई हत्‍या के मामले में आरोपी भारतीय मूल के एक पूर्व पुलिस अधिकारी को बरी कर दिया। पुलिसवाले ने महिला के कुत्‍ते को निशाना बनाकर गोली चलाई थी क्‍योंकि वह उसके पीछे पड़ा था लेकिन गोली गलती से महिला को लग गई और उसकी मौत हो गई।

पुलिस अधिकारी का नाम रविंदर सिंह (Ravinder Singh) है, जिस पर 30 साल की मैगी ब्रुक्‍स (Maggie Brooks) की हत्‍या का मुकदमा चल रहा है। वह उस दौरान वेलफेयर चेक के लिए ब्रुक्‍स के पास गया हुआ था। टेक्‍सास के टैरेंट काउंटी क्रिमिनल कोर्ट के अटॉर्नी के कार्यालय की तरफ से सोमवार को ज्‍यूरी के फैसले को सुनाने के बाद एक बयान जारी किया गया, जिसमें कहा गया कि जब भी बल प्रयोग के वक्‍त किसी नागरिक की मौत हो जाती है तो मामला ग्रैंड ज्‍यूरी के पास जाता है और अगर ग्रैंड ज्‍यूरी इसे गलत मानता है तो मुकदमा चलता है।

डिस्ट्रिक्‍ट अटॉर्नी के कार्यालय ने कहा, 'ज्‍यूरी ने 2019 में ब्रुक्‍स की हत्‍या से संबंधित तथ्‍यों पर गौर फरमाया। उन्‍होंने केस के संबंध में गवाही और सबूतों को जांचा-परखा और पाया कि रविंदर गुनेहगार नहीं है। अगस्त, 2019 में अर्लिंग्टन पुलिस द्वारा जारी किए गए बॉडीकैम फुटेज से पता चला है कि एक शॉपिंग सेंटर के पास एक खुली जमीन पर एक महिला के बेहोश होकर गिर जाने के बारे में पुलिस को सूचना दी गई थी, तभी सिंह वहां जांच के लिए पहुंचे थे।'

जैसे ही यह पूछने के लिए वह ब्रुक्‍स के पास गया कि क्‍या वह ठीक है तब एक कुत्‍ता उनकी तरफ भौंकते हुए आगे बढ़ा। पुलिस ने उसे रोकने के लिए गोली चलाई, लेकिन यह गलती से ब्रुक्‍स को लग गई। ब्रुक्‍स को तभी आनन-फानन में अस्‍पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन बाद में उसकी मौत हो गई। ब्रुक्‍स के तीन बच्‍चे थे।