जब अमेरिकी विदेश मंत्री ने व्हाइट हाउस में भगवान हनुमान को किया याद, धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर कही यह बात
दीपावली के अवसर पर प्रमुख भारतवंशियों की एक सभा को बुधवार को संबोधित करते हुए ब्लिंकन ने कहा कि धार्मिक स्वतंत्रता अमेरिका की कूटनीति का एक अमूल्य हिस्सा है। ब्लिंकन ने इस दौरान भारत को हनुमान जी की 500 वर्ष पुरानी मूर्ति वापस करने की बात याद की।
By AgencyEdited By: Mahen KhannaUpdated: Thu, 27 Oct 2022 04:47 PM (IST)
वाशिंगटन, एजेंसी। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने कहा कि धार्मिक स्वतंत्रता मौलिक अमेरिकी मूल्य है, इसका समर्थन करना अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन की प्राथमिकता है। दीपावली के अवसर पर प्रमुख भारतवंशियों की एक सभा को बुधवार को संबोधित करते हुए ब्लिंकन ने कहा कि धार्मिक स्वतंत्रता अमेरिका की कूटनीति का एक अमूल्य हिस्सा है। अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा, यह वास्तव में हमें अन्य देशों और दुनिया भर के लोगों के साथ संबंध बनाने में मदद करती है। उन्होंने कहा कि एक तरीका है कि हम दुनिया भर में सांस्कृतिक विरासत के महत्वपूर्ण टुकड़ों को संरक्षित करने में मदद कर धार्मिक विविधता का समर्थन करें।
भगवान हनुमान की मूर्ति भारत को लौटाई
ब्लिंकन ने कहा कि सांस्कृतिक संरक्षण के लिए अमेरिकी राजदूत फंड जैसे प्रयासों के माध्यम से हम क्षतिग्रस्त ऐतिहासिक इमारतों को बहाल करने में मदद कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि फरवरी में हमने भगवान हनुमान जी की 500 वर्ष पुरानी चोरी की गई मूर्ति को बरामद कर उसे भारत को वापस कर दिया। दूसरा तरीका है कि हम धार्मिक स्वतंत्रता की दृष्टि से आयोजित होने वाले दीपावली जैसे समारोहों का समर्थन करें।
अमेरिका में धार्मिक विविधता
अमेरिकी विदेश मंत्री ने यह भी जोर दिया कि अमेरिका दुनिया भर में सांस्कृतिक विरासत की महत्वपूर्ण चीजों को संरक्षित करने में मदद के माध्यम से धार्मिक विविधता के लिए समर्थन दिखाता है। उनकी टिप्पणी तब आई जब व्हाइट हाउस ने COVID-19 महामारी के कारण दो साल के अंतराल के बाद इन-पर्सन दिवाली रिसेप्शन की मेजबानी की है।