कनाडा में अमेरिकी एच-1बी वीजा धारकों के आवेदन का कोटा पूरा, छंटनी के शिकार भारतीय पेशवरों को लाभ की उम्मीद
कनाडा सरकार ने अमेरिकी एच-1बी वीजा धारकों के लिए नया वर्क परमिट आधिकारिक तौर पर 16 जुलाई को आवेदन के लिए खोला था। आव्रजन शरणार्थी एवं नागरिकता कनाडा (IRCC) का कहना है कि आवेदक अब इस योजना के लिए आवेदन नहीं कर सकते। आईआरसीसी ने अपनी वेबसाइट पर कहा कि हम 17 जुलाई 2023 को इस पहल के लिए 10 हजार आवेदनों की सीमा तक पहुंच गए।
टोरंटो, पीटीआई। अमेरिका के 10 हजार एच-1बी वीजा धारकों को देश में आने और काम करने की अनुमति देने के कनाडा सरकार के फैसले से भारतीय पेशेवरों को विशेष लाभ मिलना तय है। इस योजना के तहत पहले दिन ही आवेदन का लक्ष्य पूरा हो जाने से कनाडा सरकार काफी उत्साहित है। देश में उच्च प्रशिक्षित पेशेवरों की कमी के चलते कनाडा ने हाल में ही इस योजना की घोषणा की थी।
कनाडा सरकार ने अमेरिकी एच-1बी वीजा धारकों के लिए नया वर्क परमिट आधिकारिक तौर पर 16 जुलाई को आवेदन के लिए खोला था। आव्रजन, शरणार्थी एवं नागरिकता कनाडा (IRCC) का कहना है कि आवेदक अब इस योजना के लिए आवेदन नहीं कर सकते, क्योंकि इसे बंद कर दिया गया है।
अब स्वीकार नहीं होंगे अतिरिक्त आवेदन
आईआरसीसी ने अपनी वेबसाइट पर कहा कि हम 17 जुलाई, 2023 को इस पहल के लिए 10 हजार आवेदनों की सीमा तक पहुंच गए। अब कोई अतिरिक्त आवेदन स्वीकार नहीं किया जा रहा है।
एच-1बी वीजा धारकों को होगा लाभ
योजना के तहत एच-1बी वीजा धारकों के परिवार को भी अध्ययन और वर्क परमिट जारी किया जा सकता है। वे कनाडा में अस्थायी निवास के लिए आवेदन कर सकते हैं।
अमेरिकी तकनीकी कंपनियों द्वारा छंटनी के शिकार एच-1बी वीजा धारकों को इससे लाभ मिलना तय है, इनमें बड़ी संख्या में भारतीय पेशेवरों की है।
एच-1बी एक गैर-आप्रवासी वीजा है जिसके आधार पर अमेरिकी कंपनियों को प्रशिक्षत विदेशी कामगारों को विशेष अवधि के लिए नियुक्ति करने की अनुमति मिलती हैं।