बराक ओबामा की किताब 'A Promised Land' बनाने जा रही बिक्री का नया रिकॉर्ड
‘ए प्रॉमिस्ड लैंड’ अभी ‘एमेजन’ और ‘बार्न्स एंड नोबल’ (डॉट कॉम) पर शीर्ष पर है ‘बार्नस एंड नोबल’ के सीईओ जेम्स डोंट ने कहा कि पहले दिन इसकी 50 000 से अधिक प्रतियां बिकी और 10 दिन में 10 लाख प्रतियां बिकने की उम्मीद है।
By Tilak RajEdited By: Updated: Thu, 19 Nov 2020 01:35 PM (IST)
न्यूयॉर्क, एपी। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा (Barack Obama) की किताब ए प्रॉमिस्ड लैंड (A Promised Land) इन दिनों पूरे विश्व में चर्चा का विषय बनी हुई है। इस किताब में कई देशों के नेताओं के साथ-साथ मनमोहन सिंह से लेकर सोनिया गांधी तक का जिक्र है। ऐसे में किताब की डिमांड काफी बढ़ गई है। अमेरिका और कनाडा में पहले 24 घंटे में 8,90,000 प्रतियां बिकी और इसके साथ ही यह आधुनिक इतिहास में सबसे अधिक बिकने वाला राष्ट्रपति संस्मरण बनने को तैयार है।
पेंगुइन रैंडम हाउस के लिए रिकॉर्ड बिक्रीपहले दिन हुई बिक्री ‘पेंगुइन रैंडम हाउस’ के लिए रिकॉर्ड है, जिसमें किताब को खरीदने के लिए पहले हुई बुकिंग, ई-बुक और ऑडियो की बिक्री भी शामिल है। ‘पेंगुइन रैंडम हाउस’ के प्रकाशक डेविड ड्रेक ने कहा, 'हम पहले दिन की बिक्री से बेहद खुश हैं। यह उस व्यापक उत्साह को दर्शाता है, जो पाठकों को (पूर्व) राष्ट्रपति ओबामा की बहुप्रतीक्षित पुस्तक के लिए था।’
10 दिन में 10 लाख प्रतियां बिकने की उम्मीद‘ए प्रॉमिस्ड लैंड’ अभी ‘एमेजन’ और ‘बार्न्स एंड नोबल’ (डॉट कॉम) पर शीर्ष पर है ‘बार्नस एंड नोबल’ के सीईओ जेम्स डोंट ने कहा कि पहले दिन इसकी 50, 000 से अधिक प्रतियां बिकी और 10 दिन में 10 लाख प्रतियां बिकने की उम्मीद है। ओबामा के 768 पृष्ठों के संस्मरण की कीमत 45 डॉलर है। किताब ‘ए प्रॉमिस्ड लैंड’ में ओबामा ने 2008 के चुनाव प्रचार अभियान से लेकर राष्ट्रपति के रूप में अपने पहले कार्यकाल के अंत में एबटाबाद (पाकिस्तान) में अलकायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन को मारने के अभियान तक की अपनी यात्रा का विवरण दिया है। इस किताब के दो भाग हैं, जिनमें से पहला मंगलवार को दुनियाभर में जारी हुआ।
ओसामा को लेकर बड़ा खुलासादरअसल, बराक ओबामा ने अपनी किताब में कई अहम खुलासे किए हैं। इसकी वजह से भी ये किताब काफी में आ गई है। किताब में आतंकी ओसामा बिन लादेन को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने अपनी किताब लिखा है कि पाकिस्तान के एबटाबाद में ओसामा बिन लादेन के ठिकाने पर हमला करने की योजना में पाकिस्तानी सेना को शामिल करने से इनकार कर दिया था, क्योंकि उनका मानना था कि यह सब जानते हैं कि पाक सेना और विशेष रूप से इसकी खुफिया एजेंसियों के संबंध तालिबान से बने हुए थे। पाकिस्तान के एबटाबाद में 2 मई 2011 को अमेरिकी कमांडो द्वारा किए गए सीक्रेट ऑपरेशन का तत्कालीन रक्षा सचिव रॉबर्ट गेट्स और पूर्व उपराष्ट्रपति जो बाइडन ने विरोध किया था।