बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको (Alexander Lukashenko) ने दुनिया के लिए बेहद खतरनाक संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि रूस को हासिए पर धकेलना ठीक नहीं है। यदि अमेरिका और पश्चिमी मुल्कों ने एहतियात नहीं बरता तो इसके घातक नतीजे होंगे।
By AgencyEdited By: Krishna Bihari SinghUpdated: Fri, 14 Oct 2022 06:28 PM (IST)
मिंस्क, रायटर। बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको (Alexander Lukashenko) ने यूक्रेन और पश्चिमी मुल्कों को रूस को अलग थलग नहीं करने की चेतावनी देते हुए कहा कि मास्को ने किन्हीं वजहों के चलते परमाणु हथियार रखे हैं। बेलारूस की समाचार एजेंसी की ओर से जारी साक्षात्कार में लुकाशेंको (Belarusian President Alexander Lukashenko) ने कहा कि सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि रूस को हासिए पर धकेलना ठीक नहीं है।
हद पार ना करें पश्चिमी मुल्क
लुकाशेंको (Alexander Lukashenko) ने कहा कि यूक्रेन और पश्चिमी मुल्कों को हद पार नहीं करना चाहिए। दरअसल पश्चिमी मुल्कों में इस बात की चिंता बढ़ गई है कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Russian President Vladimir Putin) परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि यूक्रेन में कुछ मोर्चों पर रूसी बलों की शिकस्त ने युद्ध को नए मोड़ पर ला दिया है। लुकाशेंको ने कहा कि कोई भी हथियार किसी वजह के लिए बनाया गया होता है।
...तो एटम बम दाग सकता है रूस
लुकाशेंको ने कहा कि रूस ने अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है। भगवान न करे कि रूसी क्षेत्र पर कोई हमला हो। यदि ऐसा होता है तो रूस सभी प्रकार के हथियारों का इस्तेमाल कर सकता है। समाचार एजेंसी रायटर ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि लुकाशेंको का पुतिन के सैन्य फैसलों में कोई दखल नहीं है, लेकिन उनके इन बयानों ने हालात की गंभीरता को रेखांकित करने का काम किया है। यह बयान ऐसे समय आया है जब युद्ध आठवें महीने में पहुंच चुका है।
यूक्रेन को नाटो में शामिल किया तो विश्वयुद्ध तय
इस बीच रूस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद के उप सचिव एलेक्जेंडर वेनेडिक्टोव ने नाटो और पश्चिमी मुल्कों को कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने साफ कर दिया है कि यूक्रेन को नाटो में शामिल किया गया तो तीसरा विश्वयुद्ध छिड़ना तय है। उन्होंने कहा- यूक्रेन के नाटो में शामिल होते ही अमेरिका इस युद्ध में प्रत्यक्ष तौर पर शामिल हो जाएगा। यदि ऐसा हुआ तो विश्वयुद्ध होने से कोई नहीं रोक सकता है।
नाटो ने भी लिया बड़ा फैसला
विदित हो कि रूस और बेलारूस का बयान ऐसे वक्त में सामने आया है जब यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की फास्ट ट्रैक से नाटो की सदस्यता दिए जाने की मांग कर चुके हैं। इस बीच बेल्जियम की राजधानी ब्रसेल्स में आयोजित नाटो की बैठक में अमेरिका के रक्षा मंत्री लायड आस्टिन ने कहा कि नाटो देशों की प्रत्येक इंच जमीन की रक्षा की जाएगी। रायटर की रिपोर्ट के मुताबिक नाटो के रक्षा मंत्रियों की बैठक में यूरोप में मिसाइलों की नए सिरे से तैनाती की योजना पर मुहर लगी है।
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