'भारत-US संबंधों को मजबूत बनाने में भारतीय राजदूत की अहम भूमिका', बाइडन के अधिकारियों ने की तरनजीत सिंह संधू की तारीफ
India US relations भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू के सम्मान में अमेरिका में एक विदाई समारोह का आयोजन किया गया था। वह इस महीने के अंत में 35 साल के शानदार करियर के बाद भारतीय विदेश सेवा से सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इंडिया हाउस में आयोजित स्वागत समारोह में बाइडन प्रशासन और थिंक-टैंक समुदाय के अधिकारियों ने उन्हें बधाई दी।
पीटीआई, वॉशिंगटन। अमेरिका में भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने भारत-अमेरिका के मजबूत संबंधों पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि आप में से कुछ जो 2016 में यहां थे, उन्हें याद होगा कि प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिकी कांग्रेस को संबोधित किया। उनके द्वारा 'इतिहास की झिझक को दूर किया' शब्द का इस्तेमाल किया गया था। इसका बहुत गहरा अर्थ है। अमेरिका-भारत के बीच संबंध विकसित, परिपक्व और फला-फूला है।
तरनजीत सिंह संधू ने किया पीएम मोदी का जिक्र
भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू ने पीएम मोदी की बात का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने अपने दौरे पर कहा था कि हमारे सहयोग का दायरा अनंत है, हमारे तालमेल की क्षमता असीमित है और हमारे संबंधों की केमिस्ट्री सहज है। मुझे लगता है कि मैं यहां मौजूद ऐसे कई लोगों को देख सकता हूं, जिन्होंने इसे संभव बनाया है।
अमेरिकी अधिकारियों ने की तरनजीत सिंह संधू की तारीफ
बाइडन प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों ने भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू की सराहना की। उन्होंने सोमवार को कहा कि अमेरिका में भारत के निवर्तमान राजदूत ने हजारों फूल खिलने के लिए एक आधार तैयार किया है।
#WATCH | Indian ambassador to the US Taranjit Singh Sandhu says "...Some of you who were here in 2016 will remember that when my Prime Minister addressed the US Congress, he used the word "we have overcome hesitations of history", it has a deep meaning. This relationship… pic.twitter.com/F9jRggCrNA
संधू ने की भारत की अच्छी तरह से सेवा- राहुल गुप्ता
व्हाइट हाउस में राष्ट्रीय औषधि नियंत्रण नीति कार्यालय के निदेशक डॉ. राहुल गुप्ता ने कहा कि राजदूत ने भारत की अच्छी तरह से सेवा की है और यहां हजारों से अधिक फूलों के खिलने के लिए एक आधार तैयार किया है। भारत और अमेरिका के बीच यह सफलता लंबे समय तक जारी रहेगी।
तरनजीत सिंह संधू को करेंगे बहुत याद- विक्टोरिया नुलैंड
राजनीतिक मामलों के सचिव विक्टोरिया नुलैंड ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि इस शहर में संधू जैसा कोई दूसरा राजदूत सक्रिय रहा है। अगर आप देखें कि हम कहां थे, जो पहले से ही काफी मजबूत जगह थी और अब हम कहां हैं। मुझे लगता है कि इसका बहुत बड़ा श्रेय राजदूत संधू को जाता है। इस कमरे में हर कोई सहमत होगा। हम आपको बहुत याद करेंगे।
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विदेश सेवा से सेवानिवृत्त हो रहे तरनजीत सिंह संधू
बता दें कि भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू के सम्मान में एक विदाई समारोह का आयोजन किया गया था। वह इस महीने के अंत में 35 साल के शानदार करियर के बाद भारतीय विदेश सेवा से सेवानिवृत्त हो रहे हैं। इंडिया हाउस में आयोजित स्वागत समारोह में बाइडन प्रशासन और थिंक-टैंक समुदाय के अधिकारियों ने उन्हें बधाई दी।