Move to Jagran APP

Biden on Spy Balloon: अमेरिका के आसमान में दिखे चीनी गुब्बारों का खुला राज, बाइडन ने बताया क्या था उद्देश्य

Biden on Spy Balloon अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने गुरुवार को अपने संबोधन में कहा कि खुफिया एजेंसियों का आकलन है कि तीनों गुब्बारे संभवत निजी कंपनियों या शोध संस्थानों से जुड़े हुए थे। उन्होंने कहा कि चीन के गुब्बारों का जासूसी करने का उद्देश्य नहीं था।

By AgencyEdited By: Mahen KhannaUpdated: Fri, 17 Feb 2023 05:43 AM (IST)
Hero Image
Biden on Spy Balloon चीनी गुब्बारों को लेकर बोले बाइडन।
वाशिंगटन, रायटर। Biden on Spy Balloon अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने कहा है कि आसमान में दिखे तीन चीनी गुब्बारों का उद्देश्य जासूसी करना नहीं था। उनका उद्देश्य कुछ दूसरा था। गुरुवार को अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि खुफिया एजेंसियों का आकलन है कि तीनों गुब्बारे संभवत: निजी कंपनियों या शोध संस्थानों से जुड़े हुए थे।

गुब्बारों को मार गिराने पर खेद नहींः बाइडन

राष्ट्रपति बाइडन ने कहा कि अमेरिकी आसमान में वस्तुओं के देखे जाने में अचानक वृद्धि नहीं हुई है। अमेरिका ने तीन गुब्बारों को मार गिराने में अत्यधिक सावधानी बरतते हुए कार्रवाई की है। अमेरिकी सेना ने चीनी गुब्बारे दिखने के बाद अमेरिकी हवाई क्षेत्र की बारीकी से जांच की है। बाइडन ने आगे कहा कि उन गुब्बारों को मार गिराने के लिए मुझे कोई खेद नहीं है। उम्मीद है कि इस मुद्दे पर मैं चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग से बात करूंगा। बताते चलें कि जासूसी करने के संदेह में अमेरिकी लड़ाकू विमानों ने तीन चीनी गुब्बारों को मार गिराया था। चीन ने इस कार्रवाई की कड़ी आलोचना की थी।

चीनी राष्ट्रपति से बात करेंगे बाइडन

बाइडन ने कहा कि वह चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग से गुब्बारों की घटना के बारे में बात करेंगे। राष्ट्रपति ने कहा, "हम एक नए शीत युद्ध की तलाश में नहीं हैं और चीन के साथ कूटनीतिक रूप से जुड़ना जारी रखे हुए है।'' बाइडन ने बीजिंग की शिकायतों के जवाब में कहा, "मुझे राष्ट्रपति शी के साथ बात करने की उम्मीद है, मुझे उम्मीद है कि हम इसकी तह तक जा रहे हैं।

शोध संस्थानों से जुड़े हो सकते हैं गुब्बारे

बाइडन ने कहा कि हम अभी तक ठीक से नहीं जानते हैं कि ये तीन वस्तुएं क्या थीं, लेकिन अभी कुछ भी नहीं पता चलता है कि वे चीनी जासूसी गुब्बारे कार्यक्रम से संबंधित थीं या वे किसी अन्य देश के निगरानी वाहन थे। बाइडन ने कहा कि अभी तक खुफिया समुदाय का मानना ​​है कि गुब्बारे निजी कंपनियों, मनोरंजन या शोध संस्थानों से जुड़े थे।