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क्यूबा में खाना व दवा की किल्लत के खिलाफ दशकों में सबसे बड़ा प्रदर्शन, कम्युनिस्ट सरकार के विरोध में सड़कों पर लोग

कम्युनिस्ट सरकार के विरोध में 1994 के बाद पहली बार सड़कों पर उतरे बड़ी संख्या में लोग जोरदार नारेबाजी। असंतोष के खिलाफ दमनकारी कार्रवाई के लिए कुख्यात क्यूबा में इन दिनों रैलियों के आयोजन में आश्चर्यजनक रूप से तेजी आई है।

By Nitin AroraEdited By: Updated: Mon, 12 Jul 2021 10:48 PM (IST)
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कम्युनिस्ट सरकार के विरोध में सड़कों पर लोग

मियामी, न्यूयार्क टाइम्स। 'आजादी' और सरकार विरोधी नारे लगाते हुए क्यूबावासी रविवार को देश के विभिन्न शहरों की सड़कों पर उतर आए। खाना व दवा की किल्लत से परेशान लोगों का इतना बड़ा प्रदर्शन पिछले करीब तीन दशकों में नहीं देखा गया।

फेसबुक पर एक लाइव प्रसारण में हवाना के दक्षिण पश्चिम स्थित सैन एंटोनियो डी लास बानोस में सैकड़ों लोग प्रदर्शन करते नजर आए। हालांकि, करीब एक घंटे में ही इस वीडियो को हटा दिया गया। जैसे-जैसे दोपहर ढलती गई, वैसे-वैसे क्यूबा के अन्य हिस्सों से प्रदर्शनों के वीडियो सामने आते गए। देश के दक्षिण पूर्व में स्थित पाल्मा सोरियानो में हुए प्रदर्शन में भी लोगों का आक्रोश चरम पर दिखता है। हवाना में सैकड़ों लोग इकट्ठा हुए, जहां भारी पुलिस बल मौजूद रहा।

द्वीप के पश्चिम में स्थित आर्टेमिसा प्रांत में फिल्माए गए वीडियो में प्रदर्शन के दौरान एक महिला चिल्लाकर कहती है, 'लोग भूख से मर रहे हैं। बच्चे तड़प रहे हैं।' कार्डेनस में प्रदर्शनकारी पुलिस की कार को पलटते हुए देखे गए। एक अन्य वीडियो में लोग सरकारी दुकान को लूटते देखे गए, जो ऊंची दर पर सामान बेच रही थी।

असंतोष के खिलाफ दमनकारी कार्रवाई के लिए कुख्यात क्यूबा में इन दिनों रैलियों के आयोजन में आश्चर्यजनक रूप से तेजी आई है। जानकारों का कहना है कि लोग मालेकोनाजो विद्रोह के बाद पहली बार कम्युनिस्ट सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतरे हैं। 1994 में हुए इस विद्रोह के बाद बड़ी संख्या में क्यूबावासियों ने समुद्र के रास्ते देश छोड़ दिया था।