पेंटागन के एक पूर्व अधिकारी ने कहा कि कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो ने खालिस्तान आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के साथ भारत का संबंध होने का आरोप लगाकर बहुत बड़ी गलती कर दी है। उन्होंने कहा कि ट्रूडो के पास इस बात का कोई सबूत नहीं है। रूबिन ने आगे कहा कि ट्रूडो को यह बताना होगा कि उनकी सरकार एक आतंकी को पनाह क्यों दे रही है।
By AgencyEdited By: Achyut KumarUpdated: Sat, 23 Sep 2023 10:43 AM (IST)
वाशिंगटन डीसी, एएनआई। कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (Canadian PM Justin Trudeau) खालिस्तानी चरमपंथी हरजीत सिंह निज्जर (Harjeet Singh Nijjar) की हत्या का आरोप भारत पर लगाने को लेकर देश ही नहीं, विदेशी नेताओं के भी निशाने पर आ गए हैं। अब अमेरिका के एक पूर्व अधिकारी ने कहा कि ट्रूडो ने बहुत बड़ी गलती कर दी है।
'अपने आरोपों को खुद साबित नहीं पाएंगे ट्रूडो'
पेंटागन के पूर्व अधिकारी माइकल रुबिन
(Former Pentagon official Michael Rubin) ने कहा कि कनाडा
(Canada) के पीएम ट्रूडो ने यह आरोप लगाकर बहुत बड़ी गलती की है कि खालिस्तान आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के साथ भारत का संबंध हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री अपने आरोपों को साबित नहीं कर पाने में खुद असमर्थ हैं।
(फाइल फोटो)
'पीएम ट्रूडो ने बहुत बड़ी गलती की है'
माइकल रूबिन ने कहा कि मुझे लगता है कि पीएम ट्रूडो ने बहुत बड़ी गलती की है। उन्होंने जो आरोप लगाए हैं, उसका सबूत वो खुद नहीं दे पाएंगे। उनके पास भारत सरकार के खिलाफ लगाए गए आरोपों को साबित करने के लिए कोई सबूत नहीं है।
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'एक आतंकी को क्यों पनाह दे रही कनाडा की सरकार'
पेंटागन के पूर्व अधिकारी ने ट्रूडो पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें यह बताना होगा कि उनकी सरकार एक आतंकी को पनाह क्यों दे रही है। उन्होंने भारत सरकार के खिलाफ कनाडाई पीएम के आरोपों पर उनके विचार पूछे जाने पर उपरोक्त बातें कही।
(फाइल फोटो)
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18 जून को निज्जर की गोली मारकर हत्या
गौरतलब है कि ट्रूडो ने सोमवार (18 सितंबर) को कनाडा की संसद के अंदर हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारत सरकार का हाथ होने का आरोप लगाया था। निज्जर को भारत ने आतंकी घोषित कर रखा है। उसकी 18 जून को कनाडा के सरे में एक गुरुद्वारे के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
ब्लिंकन के बयान पर साधा निशाना
पेंटागन के पूर्व अधिकारी माइकल रुबिन अमेरिकन एंटरप्राइज इंस्टीट्यूट के फेलो भी हैं। वे ईरान, तुर्की और दक्षिण एशिया मामलों के एक्सपर्ट हैं। अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन की टिप्पणी पर कि अमेरिका हमेशा अंतरराष्ट्रीय दमन के खिलाफ खड़ा है, उन्होंने कहा कि यदि ब्लिंकन यह बयान देते हैं तो हम वास्तव में पाखंडी हो रहे हैं, क्योंकि हम जिस बारे में बात कर रहे हैं, वह अंतरराष्ट्रीय दमन नहीं है।
ब्लिंकन ने क्या कहा?
दरअसल, ब्लिंकन ने 22 सितंबर को कहा था कि निज्जर की हत्या में भारत सरकार की संलिप्तता के बारे में ट्रूडो द्वारा लगाए गए आरोपों से अमेरिका 'गहराई से चिंतित' है। ब्लिंकन ने यह भी कहा कि अमेरिका जवाबदेही देखना चाहता है।
'कनाडा के आरोप राजनीति से प्रेरित'
इससे पहले, विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने 21 सितंबर को कहा कि खालिस्तानी चरमपंथी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के पीछे भारत के 'संभावित संबंधों' के बारे में कनाडा द्वारा लगाए गए आरोप राजनीति से प्रेरित हैं। विदेश मंत्रालय ने आगे कहा कि निज्जर की हत्या के संबंध में कनाडा ने भारत को कोई जानकारी साझा नहीं की है।