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अमेरिका में निशाने पर आए संचार आयोग के भारतवंशी अध्यक्ष अजित

अजित पई ने पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के दौर की नेट न्यूट्रैलिटी नीति को खत्म करने का प्रस्ताव दिया है।

By Ravindra Pratap SingEdited By: Updated: Tue, 28 Nov 2017 06:11 PM (IST)
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अमेरिका में निशाने पर आए संचार आयोग के भारतवंशी अध्यक्ष अजित

वाशिंगटन, प्रेट्र/आइएएनएस। अमेरिका में ओबामा दौर की नेट निरपेक्षता (न्यूट्रैलिटी) नीति को निरस्त करने का प्रस्ताव देकर संघीय संचार आयोग (एफसीसी) के भारतीय मूल के अध्यक्ष अजित पई विरोधियों के निशाने पर आ गए हैं। कोंकण से ताल्लुक रखने वाले 44 वर्षीय पई को दूसरी बार एफसीसी का प्रमुख बनाया गया है।

उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के दौर की नेट न्यूट्रैलिटी नीति को खत्म करने का प्रस्ताव दिया है। इस प्रस्ताव के विरोध में प्रदर्शनकारी न सिर्फ वर्जीनिया स्थित पई के घर के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं बल्कि उनके बच्चों को भी निशाना बना रहे हैं। पई ने फॉक्स न्यूज को दिए साक्षात्कार में कहा कि प्रदर्शनकारी उनके पारिवारिक सदस्यों का उत्पीड़न कर रहे हैं। वे सभी सीमा लांघ गए हैं।

पई के प्रस्ताव का भारतीय मूल के कई सांसद भी विरोध कर रहे हैं। सांसद कमला हैरिस ने कहा, 'यह भयानक चूक होगी। इससे हमारी अर्थव्यवस्था संकट में पड़ जाएगी जबकि नई खोज, उद्यमिता और रचनात्मकता घट जाएगी।' सांसद तुलसी गेबार्ड ने कहा, 'नेट न्यूट्रैलिटी की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। इंटरनेट को सभी के लिए खुला, निष्पक्ष और समान बनाए रखना चाहिए।' सांसद प्रमिला जयपाल ने भी प्रस्ताव की आलोचना की हैं।

इंटरनेट प्रदाताओं को मिलेगी व्यापक शक्ति

नेट निरपेक्षता की नीति इस लिहाज से बनाई गई थी कि सभी वेबसाइटों के साथ इंटरनेट प्रदाता समान बर्ताव करें। पई के प्रस्ताव से कॉमकास्ट और वेरिजोन जैसी बड़ी इंटरनेट प्रदाता कंपनियों को यह तय करने की व्यापक शक्ति मिल जाएगी कि उपभोक्ताओं तक किस वेबसाइट की पहुंच दूसरों की अपेक्षा ज्यादा तेज हो।

पई-खन्ना में जुबानी जंग

विवादास्पद प्रस्ताव को लेकर पई और सिलिकॉन वैली से भारतवंशी सांसद रो खन्ना के बीच ट्विटर पर जुबानी जंग देखने को मिली। खन्ना ने ट्वीट किया, 'हमें नेट न्यूट्रैलिटी कानून को कमजोर करने की जगह सख्त करने की जरूरत है।' इसके जवाब में पई ने लिखा कि खन्ना झूठे आरोप लगा रहे हैं।

प्रस्ताव पर 14 को मतदान

पई के प्रस्ताव पर एफसीसी में 14 दिसंबर को मतदान होगा। इस प्रस्ताव के पारित होने की संभावना जताई गई है। एफसीसी में डेमोक्रेटिक पार्टी के तीन मतों के मुकाबले रिपब्लिकन पार्टी के पास पांच मत हैं।

पई के घर भेजे जा रहे पिज्जा

नेट न्यूट्रैलिटी के समर्थक न सिर्फ पई के घर के बाहर प्रदर्शन कर रहे हैं बल्कि हर आधे घंटे पर उनके यहां पिज्जा भी भेज रहे हैं। कुछ खबरों के अनुसार, हर 15 मिनट में पई के घर पर पिज्जा भेजा जा रहा है।

एफसीसी का कार्य क्षेत्र

एफसीसी एक स्वतंत्र एजेंसी है जो अमेरिका के 50 प्रांतों में रेडियो, टेलीविजन, वायर, सैटेलाइट और केबल के जरिये होने वाले अंतरराज्यीय संचार को नियंत्रित करती है।

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