शिंजियांग में उइगर मुस्लिमों के खिलाफ अत्याचार के बाद चीन की नई चाल, अब इस्लामी टर्म वाले गांवों के नाम में कर रहा बदलाव
चीन शिंजियांग में व्यवस्थित ढंग से गांवों के नाम बदलने में लगा है। न्यूयार्क शहर स्थित अंतरराष्ट्रीय गैर सरकारी संगठन के मुख्यालय में कार्यवाहक चीनी निदेशक मया वांग ने कहा कि चीनी प्राधिकरण ने शिंजियांग में सैकड़ों गावों के नाम बदल दिए हैं। चीन सरकार द्वारा इन नामों को बदलने का उद्देश्य उइगरों की संस्कृति और धार्मिक मान्यताओं को खत्म करना है।
एएनआई, न्यूयार्क। चीन शिंजियांग में व्यवस्थित ढंग से गांवों के नाम बदलने में लगा है। इन गांवों का अल्पसंख्यक मुस्लिम उइगर समुदाय के लिए धार्मिक, ऐतिहासिक व सांस्कृतिक महत्व है।
HRW ने रिपोर्ट में क्या कहा?
ह्यूमन राइट वाच (एचआरडब्ल्यू) ने बुधवार को जारी अपनी एक रिपोर्ट में दावा किया है कि उइगर समुदाय से जुड़े इन गावों के नए नाम चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की विचारधारा को प्रदर्शित करने वाले हैं। इसका उद्देश्य उइगर संस्कृति को समूल नष्ट करना है।
चीन ने शिंजियांग में बदले सैकड़ों गांवों के नाम
न्यूयार्क शहर स्थित अंतरराष्ट्रीय गैर सरकारी संगठन के मुख्यालय में कार्यवाहक चीनी निदेशक मया वांग ने कहा कि चीनी प्राधिकरण ने शिंजियांग में सैकड़ों गावों के नाम बदल दिए हैं। चीन सरकार द्वारा इन नामों को बदलने का उद्देश्य उइगरों की संस्कृति और धार्मिक मान्यताओं को खत्म करना है। ह्यूमन राइट वाच ने नार्वे के उइगर हेल्प नामक संगठन के साथ मिलकर संयुक्त रूस से किए शोध में इसका पता लगाया है।इस्लामी टर्म वाले नामों को बनाया निशाना
अंतरराष्ट्रीय एजेंसी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि चीन के राष्ट्रीय सांख्यिकी ब्यूरो ने 2009 से 2023 के बीच शिंजियांग के इन गांवों के पुराने नामों को वेबसाइट से हटा दिया है। 25 हजार गावों में से लगभग 3,600 गांवों के नामों को इस अवधि में धीरे-धीरे बदल दिया गया। इन बदलावों में इस्लामी टर्म वाले नामों को निशाना बनाया गया है।
जैसे-सूफी धार्मिक शिक्षकों के लिए प्रयोग किए जाने वाले होजा, सूफी इमारत के लिए प्रयोग किए जाने वाले हनिका जैसे नाम शामिल हैं। इसी तरह उइगर इतिहास को दर्शाने वाले नामों को लक्षित किया गया है।